हाथरस, जन सामना ब्यूरो। आपातकाल में लोकतंत्र एवं भारतीय संविधान की रक्षा में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले लोकतंत्र सेनानियों का मंडलीय सम्मेलन मेला श्री दाऊजी महाराज के रिसीवर शिविर में आयोजित किया गया।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. रमापति त्रिपाठी ने आपातकाल के समय की प्रताड़ना का मार्मिक वर्णन करते हुये कहा कि उस काल में जहां लोकतंत्र की सारी मर्यादाओं को रौंदा गया, वहीं प्रेस की आजादी को भी छीन लिया था। उन्होंने कहा कि उस काल में सरकार की दमनकारी नीतियों व जबरन नसबन्दी करके आम नागरिकों के बोलने की आजादी पर भी प्रतिबंध लगा दिया था।
सम्मेलन में उ.प्र. लोकतंत्र रक्षक सेनानी कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष राम सेवक यादव ने कहा कि हमने आपातकाल की भयंकर यातनाओं को जिस पीड़ा के साथ सहा, उससे हमने लोकतंत्र की गरिमा व रक्षा के साथ न्याय पालिका की भी आजादी बनाये रखने में काफी सहयोग रहा। भाजपा के सदर विधायक हरीशंकर माहौर व सिकंद्राराऊ विधायक वीरेन्द्र सिंह राणा ने भी विचार व्यक्त किए। सम्मेलन में शरद तिवारी, राजपाल, ज्ञानप्रकाश, राजेन्द्र सिंह पुंढीर, वीरेन्द्र अटल, अर्जुन देव महाजन, चैधरी छेदीलाल, राम शरन आर्य लहटू ताऊ ने भी आपातकाल की जघन्य घटनाओं पर प्रकाश डाला।
सम्मेलन की अध्यक्षता समिति के जिलाध्यक्ष कृष्ण गोपाल शर्मा व संचालन रामनिवास रावत ने किया। सम्मेलन में सोनेलाल राजपूत, राजवीर सिंह चाहर, शिवदेव दीक्षित, मुकेश कौशिक, विजय जैन, निहाल सिंह दीक्षित, कृष्णा, हुस्न बेगम, सत्य प्रकाश जैन, मुन्ना खां, यूनिस खां, एदल सिंह, अयोध्या प्रसाद, बनी सिंह राना, रमेशचंद्र आर्य, साहब सिंह, यशपाल भाटिया, प्रकाश चंद्र शर्मा, रमाशंकर बघेल, कंचन लाल गुप्ता, क्षेत्रपाल उपाध्याय, नीलम शर्मा, सतीश गुप्ता, सोम वाष्र्णेय, केशव देव, ओमप्रकाश मुनीम, वेद प्रकाश गुप्ता, रामेश्वर दयाल, साहब सिंह, राजकुमार शर्मा, चै. राजेन्द्र सिंह, डंबर सिंह आदि लोकतंत्र रक्षक सेनानी मौजूद थे।