लखनऊः जन सामना डेस्क। अंतर्राष्ट्रीय बाल्यावस्था कैंसर दिवस के अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने डॉ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान एवं कैन किड्स किड्स कैन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित मेगा साइकिल रैली में प्रतिभाग किया। उन्होंने लोहिया संस्थान से 1090 चौराहे तक साइकिल चलाकर आम नागरिकों को जागरुक किया।
1090 चौराहे पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुये मुख्य सचिव ने कहा कि बाल्यावस्था के कैंसर का इलाज संभव है, इसलिये बच्चों को कैंसर से डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कैंसर रोगियों और बच्चों के मन और दिल से बीमारी के भय को दूर करना होगा। बच्चों में जैसे ही कैंसर का लक्षण पता चले घबराये नहीं सबसे पहले अस्पताल में चिकित्सक से परामर्श लें। इस तरह बच्चा कैंसर पर जीत हासिल कर सकता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी अस्पतालों में हर प्रकार के साधन उपलब्ध है। उन्होंने डॉक्टर योगदानंद की आत्मकथा से लोगों को प्रेरित करते हुए कहा कि मन की शक्ति से बीमारी को दूर किया जा सकता है। चिकित्सा और मनोविज्ञान के माध्यम से कैंसर से मुक्ति दिलाई जा सकती है।अस्पताल संस्थानों और चिकित्सको के साथ-साथ स्वयं सेवी संस्थाओं की कैसंर जैसी गम्भीर बीमारी में उनकी भूमिकाओं पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि एक कैंसर मरीज जहां तक कि एक बच्चे के लिए भी इलाज के दौरान सही वातावरण और मानसिक विश्वास बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने साइकिल चलाने के अपने शुरुआती दिनों को याद किया और एक स्वस्थ व्यायाम के रूप में साइकिल चलाने के महत्व को भी रेखांकित किया और यूपी के सभी लोगों को साइकिल चलाने और व्यायाम के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 14700 बच्चों को हर साल बचपन में कैंसर होता है, जो भारत का 19 प्रतिशत और विश्व के बचपन के कैंसर अनुपात का 4 प्रतिशत है। पिछले कुछ वर्षों में कैनकिड्स किड्सकैन ने राज्य के 75 जिलों को कवर किया है। कैंसर से मुक्ति के लिए कल्याण सिंह कैंसर अस्पताल, संस्थान और आई.आईटी के माध्यम से प्रथम चरण की शुरुआत इसी माह से शुरु होगी। पूरे प्रदेश में विशेषज्ञों के साथ टेक्नोलॉजी के माध्यम से कैंसर का इलाज कैसे किया जाएगा इस पर कार्य चल रहा है।
रैली में लगभग 800 से अधिक लोगों ने भाग लिया, जिसमें साइकिल चालकों में बाल्यावस्था के कैंसर से बचे बच्चे, उनके अभिवावक, संकाय सदस्यों, एमबीबीएस छात्रों, कर्मचारियों, नर्सेस, आरएमएलआईएमएस, केजीएमयू, कल्याण सिंह राज्य कैंसर संस्थान के डॉक्टरो, साइकिल क्लब कुरैल रनर्स, पैडलयात्री साइक्लिंग एसोसिएशन और लखनऊ महिला साइक्लिंग क्लब के साथ-साथ मीडिया एवं आमजनमानस द्वारा प्रतिभाग किया गया। रैली शुरू होते ही ‘बाल्यावस्था के कैंसर का इलाज संभव है‘ के नारों से धुंध भरी सुबह गूंज उठी।
केजीएमयू की वीसी और आरएमएलआईएमएस की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि कैंनकिड्स के सहयोग से हमने डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में बाल्यावस्था के कैंसर इलाज के लिए एक समर्पित वार्ड शुरू किया है। हमें खुशी है कि हम कैंसर प्रभावित बच्चों के लिए अपने प्रयास बढ़ा रहे हैं। समय पर निदान और सही उपचार केंद्र, सही प्रोटोकॉल और गुणवत्तापूर्ण देखभाल ही कैसंर का सही इलाज है। अंतर्राष्ट्रीय बाल्यावस्था कैंसर दिवस बाल्यावस्था के कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और कैंसर से पीड़ित बच्चों और किशोरों और उनके परिवारों के लिए समर्थन व्यक्त करने के लिए एक वैश्विक सहयोगात्मक अभियान है। यह दिन बाल्यावस्था के कैंसर से संबंधित मुद्दों और चुनौतियों पर कार्य प्रणाली हेतु मंथन करने का दिन होता हैं जिससे इस बीमारी से हिम्मत के साथ सामना किया जा सके।
बाल्यावस्था कैंसर से उबरने वाली आकृति और सुगंधा ने कहा, कैंसर रोगी दुनिया को यही बताता कि I Access2Care & anytime anywhere के पात्र हैं। जब सरकारी अस्पताल, इलाज करने वाले डॉक्टर, गैर सरकारी संगठन और समाज एक जुट होकर काम करते हैं तो हम कैंसर से पीड़ित बच्चों के भविष्य को आकार दे सकते हैं। कैंसर सर्वाइवर शशांक पटेल ने कहा, ‘हमारा हैशटैग भविष्य बनाओ है और यह विकसित भारत के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है।‘
इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य चिकित्सा पवन सिंह, डी0जी0एम0ई0 किंजल सिंह, कैनकिड्स किड्सकैन की अध्यक्ष पूनम बगई, संस्थान के डाक्टर्स, कैंसर पीड़ित बच्चे व उनके परिवार के सदस्य तथा अन्य गणमान्य नागरिक आदि उपस्थित रहे।