कानपुर: जन सामना ब्यूरो। अपराधी किस्म के लोगों की पैरवी करना और पुलिस अधिकारी से मोबाइल पर बड़बोली बकलोली करना एक नेता जी को भारी पड़ गया। पुलिस ने नेता के विरुद्ध स्थानीय थाना में अपराधियों को आश्रय देने व अपराधियों को बचाने के लिये नियत सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी।
मामला बर्रा थाना क्षेत्र से सम्बन्धित है। बर्रा थाना में दर्ज एक मामले में अजय ठाकुर, अभय प्रताप सिंह उर्फ अभय भदौरिया उर्फ बउवा, आकाश द्विवेदी, साहिल सोनकर उर्फ शेरा, अर्पित ठाकुर व गौतम मोगा आरोपी बनाये गये हैं। आज एक रिकार्डिंग वायरल हुई है जिसमें उक्त नामजदों के पक्ष में हनुमन्त विहार थाना क्षेत्र के दीनदयालपुरम् निवासी गजेन्द्र सिंह राजावत ने पुलिस उपायुक्त दक्षिण को फोन कर बड़बोलापन दिखा दिया। नेता जी के बड़बोलेपन को पुलिस अधिकारी ने गम्भीरता से लिया।
परिणाम यह हुआ कि थाना बर्रा में गजेन्द्र सिंह राजावत के खिलाफ एक मामला उप निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार सिंह की तहरीर पर दर्ज कर लिया गया।
इस बारे में पुलिस उपायुक्त दक्षिण ने बताया, ‘‘मोबाइल पर वार्ता के दौरान भाषा शैली ठीक नहीं थी, शब्दों की मर्यादा को पार किया गया।’’ उन्होंने यह भी बताया मोबाइल पर वार्ता करने वाले व्यक्ति ने अपना परिचय एक संगठन के पदाधिकारी के रूप में दिया था। सूत्रों से पता चला है कि वह आरोपियों को संरक्षण दिये है और उन्हें बचाने का प्रयास कर रहा है।
गौरतलब हो कि पुलिस उपायुक्त दक्षिण से मोबाइल पर फोन पर वार्ता करने वाला नेता, गजेन्द्र सिंह राजावत अपने आपको अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा का पदाधिकारी बता रहा है। वह पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहा है और बर्रा पुलिस पर मुकदमा दर्ज करवाने की बात कह रहा है। इसके साथ ही लावलश्कर के साथ थाना में धरना देने की बात कह रहा है और सवाल उठा रहा है कि बर्रा पुलिस किसके दबाव में कार्य कर रही है, लोगों को गुण्डा बना रही है ? वह गुण्डागर्दी नहीं करने देगा ! पुलिस को कानपुर में वह गुण्डागर्दी नहीं करने देगा!