Sunday, November 24, 2024
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कर्मचारियों ने निजीकरण के प्रति जताया विरोध

फिरोजाबाद। राज्य कर्मचारी महासंघ के तत्वाधान में निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने विकास भवन पर एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। साथ ही पुरानी पेंशन की मांग उठाते हुए सरकार विरोधी नारे लगाते हुए विकास भवन से कलैक्ट्रेट परिसर तक रैली निकाली। वहीं कर्मचारियों ने सरकार की निजीकरण की नीति के विरोध में सात सूत्रीय मांग पत्र उप जिलाधिकारी मुख्यालय पुष्पेंद्र कुमार को सौंपा।
राज्य कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष प्रेमप्रकाश कुशवाह ने कहा कि केंद्र तथा राज्य कर्मियों में सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश है। कर्मचारी आंदोलन कर रहे है। लेकिन सरकार कर्मचारियों की मांग व आंदोलन की अनदेखी कर रही है। मिनिस्ट्रियल संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि बेरोजगारी चरम पर है। रिक्त पद खाली पड़े है। सरकार इन पदों को नियमित भर्ती से भरकर बेरोजगारों को स्थाई रोजगार नहीं दे रही है। इन स्वीकृत पदो के सापेक्ष काफी कम संख्या में आउटसोर्स, दैनिक वेतन भोगी, ठेका संविदा आधार पर कर्मियों को लगाया जा रहा है। जिन्हें न तो समान वेतन दिया जा रहा है न ही सेवा सुरक्षा। सरंक्षक प्रदीप पांडे ने कहा कि पुरानी पेंशन कर्मचारियों के बुढ़ापे का सहारा है। कर्मचारी विकास भवन से रैली निकालते हुए कलैक्ट्रेट पहुंचे। जहॉ कर्मचारियों ने सरकार की निजीकरण की नीति के विरोध में सात सूत्रीय मांग पत्र उप जिलाधिकारी मुख्यालय पुष्पेंद्र कुमार को सौंपा है। ज्ञापन देने वालों में लटूरी सिंह, मुलायम दौजीराम जगवीर सिंह, हरेंद्र पाल सिंह बघेल, दिनेश चंद्र, रामदत्त शर्मा, नेत्रपाल सिंह, राजनेश, राजकुमार, संदीप दीक्षित, उमाशंकर पाठक, सुशील कुमार यादव, अश्वनी कुमार देशमुख, नरेंद्र शर्मा, रमेश कश्यप, संजय कुमार, नरेंद्र प्रताप मौर्य, निर्मला, सरोज, मुन्नी देवी, अनीश कुमार, रमेश चंद्र शाक्य, योगेश चन्द्र यादव, शिव कुमार, मोतीलाल आदि मौजूद रहे।