कानपुर, संवाददाता। शहर के दक्षिणी क्षेत्र में मेहरबान सिंह का पुरवा गांव बसा है। कहने के लिए गांव है लेकिन शहरी क्षेत्र से कम नहीं है। सूबे का निजाम बदला तो यहां की सड़कों के हालात भी बदलने लगे है। जी हां, बर्रा 8 से मेहरबान सिंह का पुरवा को जोड़ने वाली सड़क में जानलेवा गड्ढे बन चुके हैं और ऐसे गड्ढे बन चुके हैं कि अगर किसी भी वाहन चालक ने ध्यान नहीं दिया तो वह अपनी जान गवां सकता है। वहीं रात्रिकालीन तो खतरा और बढ़ जाता है क्योंकि मार्ग प्रकाश हेतु लगी लाइटें खराब हो चुकी हैं। राहगीरों की मानें तो पाण्डुनदी के पुल के पास जानलेवा कई गड्ढे बन चुके हैं जिनसे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं गौरतलब हो कि राज्यसभा सांसद चौ0 सुखराम सिंह यादव का पैतृक गांव है और वहां पर बने विद्यालयों को जाने वाले स्कूली छात्रों को भी खतरा बना हुआ है हालांकि तात्याटोपे से जुड़े मार्ग पर श्री यादव का ध्यान ज्यादा रहता है क्योंकि उनका आवागमन वहीं से ज्यादातर होता है।
लेकिन पाण्डुनदी से भी तमाम स्कूली वाहनों के अलावा आसपास के गावों के लोग भी काफी संख्या में गुजरते हैं लेकिन वहा से गुजरने वाले राहगीरों की जान के लिए खतरा बना हुआ है। ग्राम प्रधान तरुणा यादव ने भी शासन प्रशासन से मांग की है कि बर्रा 8 से मेहरबान सिंह का पुरवा जाने वाली सड़क के हालातों पर ध्यान दिया जाये ताकि कोई जन हानि न हो सके।