रायबरेली। केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का आज रायबरेली आगमन हुआ। राजमार्ग मंत्री सबसे पहले पुलिस लाइन ग्राउंड पहुंचे, जहां पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उसके उपरांत राजमार्ग मंत्री ने रायबरेली के जीआईसी ग्राउंड से परियोजनाओं का शिलायन्स किया। केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रायबरेली में जीआईसी ग्राउंड से आठ परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया। जो लगभग 4100 करोड़ की लागत का है।
इन परियोजनाओं में रायबरेली, प्रतापगढ़, जौनपुर खंड समानांतर लालगंज आझारा से रानीगंज तक ग्रीन फील्ड बाईपास हाईवे का निर्माण, टांडा रायबरेली खंड का सुदृढ़ीकरण, रायबरेली शहरी क्षेत्र से बांदा खंड का सुदृढ़ीकरण, सलोन, नसीराबाद, जायस, जगदीशपुर खंड का निर्माण कार्य, लालगोपालगंज से नवाबगंज तक फोरलेन सड़क का निर्माण, नवाबगंज से मलाका तक सड़क का निर्माण, लखनऊ-रायबरेली खंड में रतापुर व त्रिपुला चौराहे पर दो उपरिगामी सेतु का निर्माण के साथ रायबरेली में फोरलेन रिंग रोड पैकेज टू का निर्माण कार्य शामिल है।
राजमार्ग मंत्री ने कहा कि देश का विकास सड़कों और राजमार्गों से ही संभव है। अमेरिका का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका की समृद्धि का कारण वहां की सड़के हैं। उन्होंने कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई देश के प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने कहा था कि भारत के पिछडेपन का कारण उसकी सड़के हैं। इसको अमल में लेते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरू की थी। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सड़कों के विकास में प्रगति हुई है, उन्होंने कहा कि मैंने भारत की सड़कों का अध्ययन किया और पाया कि यदि देश की सड़के सुधर जाए तो देश बहुत जल्दी ही विकसित राष्ट्र बन जाएगा। सड़कें अच्छी होने से स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यवसाय, रोजगार,पानी और आयात-निर्यात की सुविधा होती है। जिससे आधारभूत सुविधाओं को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि मैंने राजमार्ग मंत्रालय को बहुत कुछ दिया है, मेरा कहना है कि मैंने कुछ नहीं दिया जो आपका था उसी को वापस किया। सड़कों के निर्माण से गांव, गरीब और समाज का कल्याण होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री के कथनों को दोहराते हुए कहा कि हमारे शहर ही स्मार्ट सिटी ना बने बल्कि गांव भी स्मार्ट गांव बने। उन्होंने कहा कि पहले गांव में रोजगार नहीं था। किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं मिलता था, विद्यालय अच्छे नहीं थे। गांव के किसानों को मजदूरी करने के लिए महानगरों में जाना पड़ता था। अब सड़कों के निर्माण से उनकी आधारभूत आवश्यकताएं पूरी होने लगी है। उनको अपने गांव में ही रोजगार मिलने लगा है।
उन्होंने भारत की क्रूड ऑयल निर्भरता के संबंध में बोलते हुए कहा कि अब हमारी चीनी मिलों से एथेनॉल बनाया जाने लगा है, जिससे हमारी खाड़ी देशों से क्रूड ऑयल की आत्मनिर्भरता कम हुई है। हम लोग एथेनॉल के माध्यम से स्वयं ही बायो डीजल बनाने लगे हैं। जिससे न केवल किसानों की आय बढ़ेगी बल्कि पर्यावरण भी स्वच्छ होगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पंजाब और हरियाणा की पराली से भी ईंधन बनाने का कार्य शुरू किया है। इससे दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण की समस्या कम होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत भय, भूख और भ्रष्टाचार मुक्त होगा। जिससे कंपनियां हमारे यहां निवेश करेंगी, जिससे प्रदेश के लोगों को रोजगार मिलेगा। जनपद की जनता को सड़कों की सौगात देते हुए उन्होंने रायबरेली से बछरावां, लालगंज और मोहनलालगंज के लिए बाईपास की घोषणा की।
इस अवसर पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह, सदर विधायक अदिति सिंह, प्रतापगढ़ सांसद संगम लाल गुप्ता, फूलपुर सांसद स्नेह लता पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी के अतिरिक्त पूर्व विधायक भी उपस्थित रहे।