रायबरेली। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रायबरेली में तीन दिवसीय उर्दू टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन प्राचार्य जेपी सिंह की निगरानी में किया जा रहा है। कार्यक्रम के पहले दिन, जनपद के विभिन्न विकास क्षेत्रों से लगभग पचास शिक्षकों ने उर्दू भाषा प्रशिक्षण में अपनी सहभागिता दर्ज कराई। इस कार्यक्रम में प्रशिक्षक एफजी कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद यूसुफ इकबाल, मोहतरमा फरीदा खातून, अतिया रिजवी, तकनीकी सहायक मोहम्मद नसीम, कार्यक्रम के संयोजक डॉ. मोहम्मद जुबेर (प्रवक्ता, डायट) और प्रवक्ता डॉ. अनीता तथा संतोष कुमार यादव ने प्रतिभागियों को उनके कर्तव्यों के प्रति सजग और जागरूक रहने का आह्वान किया। प्रशिक्षण के पहले दिन, प्रशिक्षकों ने नामांकन, प्रार्थना, संक्षिप्त परिचय, उर्दू भाषा की मौलिक दक्षताएं, उर्दू भाषा का महत्व, शिक्षण की प्रमुख विधियां, पाठ योजना का महत्व एवं विभिन्न चरणों पर विस्तृत चर्चा की।
कार्यक्रम का शुभारंभ सेवानिवृत शिक्षक मोहम्मद इस्माइल खान, डॉ. मोहम्मद जुबेर और प्रवक्ता संतोष कुमार यादव के साथ-साथ सीनियर शिक्षक मोहम्मद अहमद और मोहम्मद इरशाद द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर “लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी” प्रार्थना से सत्र की शुरुआत हुई।
प्रतिभागियों को विभिन्न टोलियों में विभाजित किया गया, जिनमें मौलाना अबुल कलाम आजाद, मिर्ज़ा ग़ालिब, अल्लामा इकबाल, पंडित बृज नारायण चकबसत, मुंशी प्रेमचंद, शिबली नोमानी, फिराक गोरखपुरी, मीर अनीस, परवीन शाकिर जैसे महान दार्शनिकों और कवियों का नाम दिया गया। इस मौके पर मोहम्मद मुस्ताक खान, शकील अहमद, आयशा कफील सहित समस्त विकास क्षेत्रों के प्रतिभागी शिक्षक भी उपस्थित रहे।