शिवली, कानपुर देहात, जितेन्द्र कुमार। जागृति महिला समिति बैरी सवाई की वार्षिक आम सभा का आज आयोजन किया गया, जिसमें समिति की महिलाओं ने स्वयं सहायता समूह से जुड़कर किस तरह से लाभ प्राप्त किया है, और क्या मदद की है इन स्वयं सहायता समूहों ने इस पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की शुरुआत श्रमिक भारतीय से फाउंडर उषा वार्की, वक्त की आवाज की समन्वयक राधा शुक्ला, श्रमिक भारती के कार्यकारी अधिकारी राकेश पांडे और जागृति महिला समिति के अध्यक्ष माया देवी व उमेश बाजपेई ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। श्रमिक भारती उषा ने कहा श्रमिक भारती के सहयोग से यह स्वयं सहायता समूह सशक्त बना चुके है। राकेश पांडे ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की मदद से आज महिलाएं खुद फैसले लेने में सक्षम हो रही है। अपनी जरुरत के हिसाब से अपनी बचत को खर्च करके दूसरों पर निर्भरता कम की है। उन्होंने आगे कहा कि श्रमिक भारती ने टेरी की पहल से गांव में रोशनी उपलब्ध करवाने के लिए 31 गांव में सौर ऊर्जा लालटेन यूनिट लगाई है, जिसमें एक यूनिट से 50 घरों को रोशन किया जाता है। एक गरीब महिला को प्रति यूनिट 2000 से 2500 रुपये की आमदनी कराई जा रही है। इस समय 42 लालटेन की यूनिटी 2100 परिवारों को रोशन कर रही है। मिट्टी के तेल से होने वाले दुष्परिणामों से बचाने और बच्चों को व्यवस्थित पढ़ाई में मदद कर रही हैं। श्रमिक भारती से उमेश बाजपेई ने कहा गरीब परिवारों की खाद्य के लिए 2015 से 26 अनाज बैंक समिति सदस्यों द्वारा संचालित किए जा रहे हैं, जिससे भी लगभग 500 परिवारों को जरूरत के वक्त आसानी से अनाज मिल जाता है। शिवराजपुर से आई महिलाओं ने बताया कि इस समय वह जीरो बजट की खेती कर रही हैं और अपने घरों में किचन गार्डन लगाकर बाजार की निर्भरता को से दूर हो रही है, साथ ही सभी से किचन गार्डन और जीरो बजट की खेती की ओर जाने का अनुरोध किया। इसके बाद समिति की अध्यक्ष माया देवी ने सभी अधिकारियों और सदस्यों को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम का संचालन रमा भदौरिया ने किया। कार्यक्रम में विमला, कमलेश, मालती, रमाकांत, विनोद दुबे, खुशीलाल, हरेंद्र, रश्मि सिंह और नीलमणि मुख्य रूप से मौजूद रहे।
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