फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। शहर से कोसो दूर यमुना नदी के तलहट में बने सूफी शाह की दरगाह पर आज हजारों जायरीनो ने उर्स के अन्तिम दिन चादर पोसी करते हुए मन्नत मांगी। वही पुलिस प्रशासन के साथ मुस्लिम संगठन के लोगो ने उर्स में आये जायरीनों की अपने -अपने स्थर से व्यवस्थायें की जमकर भंण्डार भी किये गये।
शहर से कोसो दूर थाना बसई मौहम्मद क्षेत्र सूफी शाह की दरगाह पर विगत तीन दिनों से 797 वां वार्षिक उर्स का आयोजन किया गया था। आज अन्तिम दिन शहर के साथ-साथ बाहर से आये हजारों जयारीनों ने बाबा की दरगाह पर चाॅद पोसी करते हुए लंगर लगाकर भण्डारा भी किया। जगल में मंगल जैसा दृश्य उस समय देखने को मिला। जब हजारों की संख्या में महिला पुरूषों के साथ बच्चे भी दरगाह पर पहुचे। दरगहा कमेटी के साथ साथ मोमीन अंसार कमेटी के हाजी हसन अंसारी ने चिकित्सा शिविर लगाकर उर्स में आये लोगो को प्राथमिक उपचार के साथ-साथ चिकित्सकों के सहयोग से दबा की व्यवस्थ्या जायरीनों के लिए की गयी। दरगाह के मोलबी नन्ने खां ने बताया कि हमारे पूर्वज सैकडों वर्षो से दरगाह की सेवा करते आ रहे है। उर्स में हजारों लोगो ने आकर चादर पोसी करते हुए मुराद मांगी। दरगाह की विशेषता के बारे में कहा कि इस दर से कोई खाली नही गया है। चाहे वह हिन्दू हो या मुस्लिमान, सभी को बाबा ने सम्मान दिया है।
उर्स में जमकर जायरीनों ने की खरीददारी
मेले का लिया आनन्द खूब की ऊॅट घोडो की सवारी
फिरोजाबाद। जंगल में मंगल जैसा दृश्य उस समय देखने को मिला, जब बाबा की दरगाह की ओर जायरीनों का जन सैलाब उमडता दिखायी दिया। जगंल के बीचों कीच सैकडों दुकाने लगी हुई थी। जैसे कोई मेला लगा हुआ हो उच्चे -उच्चे झूले चाट पकडों के साथ बर्तन कपडों के साथ श्रृगार का समान भी जमकर बिक रहा था। एक पल के लिए लगा के दरगाह पर नही लोग मेले का आनन्द लेने आये हों जगल के ऊॅचे टीलों पर चढ़कर लोग आनन्द ले रहे थे। ऊॅट, घोडो की सवारी भी कर रहे थे। इतना ही नही यमुना नदी में नाव पर भी चढ़कर नदी के एक ओर से दूसरी ओर सेर करते देखे गये।