Monday, November 25, 2024
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नदियों की रक्षा के लिये निरन्तर कार्य करने की आवश्यकताः योगी

कानपुर नगरः जन सामना ब्यूरो। गंगा के अविरल एवं निर्मलता को बनाये रखने हेतु जनसहभागिता होनी चाहिये, जिससे आने वाली पीढ़ी के लिये गंगा सुरक्षित रह सके। जब झांसी की रानी मात्र 23 वर्ष की उम्र में अपनी झांसी नहीं दूंगी के नारे पर अंग्रेजों से लड़ गई तो क्या हम गंगा को साफ नहीं कर सकते हैं यह इस बात का द्योतक है कि जनता स्वाधीनता चाहती है। बिठूर जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भारत सरकार एवं राज्य सरकार दोनों का ही सहयोग है। कानपुर के लोग चाहें तो गंगा यहीं से प्रदूषण मुक्त हो सकती है। 1857 की क्रान्ति गुलामी की जंजीर तोड़ने का प्रथम प्रयास था। उक्त अभिव्यक्ति उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिठूर में नानाराव स्मारक पार्क में आयोजित बिठूर गंगा महोत्सव में अभिव्यक्त की।
इस मौके पर उन्होंने 1857 की क्रान्ति के नायक नानासाहब धूधूपन्त पेशवा की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की तदोपरान्त भारत सरकार व राज्य सरकार के 40 विभागों की विकास कार्यों की उपलब्धियों का निरीक्षण किया। उन्होंने आगे कहा कि नदियों की रक्षा के लिये निरन्तर कार्य करने की आवश्यकता है तथा गंगा सफाई पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिठूर की धरती पावन धरती है इसके साथ ही इसके शौर्य एवं धार्मिक कथाएं जनता में फैली हुई हैं। बिठूर में पौराणिक महोत्सव के कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। कानपुर प्रशासन धन्यवाद का पात्र है जहाँ पर जनसहभागिता के माध्यम से कार्यक्रम कराये जा रहे हैं। बिठूर वह भूमि है जहाँ पर माता सीता रही बाल्मीकि आश्रम रहा, यहाँ के बारे में सभी जानते हैं कि 1857 की क्रान्ति यहीं हुई थी, आज हमारा देश विश्व के सभी लोकतन्त्रों में बड़ा है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि गंगा को अविरल बनाये रखना है। आने वाली पीढ़ी को यह भी बताना है कि मानवीय गलतियों के कारण गंगा को विलुप्त होने नहीं दिया जायेगा। श्री योगी ने कहा कि नाना साहब पेशवा तात्या टोपे ने शौर्य एवं पराक्रम को नई दिशा दी। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें एैसे भारत का निर्माण करना है जो आतंकवाद, जातिवाद एवं क्षेत्रवाद से मुक्त हो।
इस मौके पर लगे स्टालों को देखकर मध्यप्रदेश शासन के सांस्कृतिक विभाग स्वराज संस्था की चित्र प्रर्दशनी 1857 की क्रान्ति को चित्रों द्वारा दर्शाया गया जिसमें बरेली के पहले गाजियों से संघर्ष की कहानी, तात्याटोपे का सैनिक अभियान, सत्तीचैरा घाट के क्रान्तिकारी कार्यों का वर्णन, झांसी का किला, सिकन्दरबाग लखनऊ, दिलकुशां महल, ला मार्टिनियर, बेगम हजरत महल का क्रान्तिकारी विवरण देखकर मुख्यमन्त्री जी भाव-विभोर हुए। वहीं स्वच्छ भारत मिशन के अन्र्तगत कानपुर नगर निगम के स्वच्छता एप्स डाउनलोड में भारत में प्रथम स्थान मिलने पर हर्ष व्यक्त किया।
इस अवसर पर नगर आयुक्त ने बताया कि कानपुर में 25 व्यवसायिक स्थान ऐसे हैं कि जहाँ पर रात और दिन सफाई होती है। उन्होंने बताया जैविकी और अजैविकी कूड़े को कम्पोस्ट खाद बनाने की व्यवस्था की गई है। 2200 शीट के टायलेट बन चुके हैं। पुलिस विभाग के डायल 100 एवं वुमेन पावर लाइन 1090 को भी देखा। के0डी0ए0 द्वारा आयोजित प्रर्दशनी में आवासीय योजनायें एवं मुख्य सुविधायें प्रधानमन्त्री आवास योजना, ऋण से जुड़ी ब्याज सब्सिडी योजना एवं पार्कों का विकास एवं सौन्दर्यीकरणों का भी अवलोकन किया। कार्यक्रम स्थल पर ही पंचायत विभाग द्वारा स्वच्छता पर आधारित नुक्कड़ नाटक को भी देखा।
इस अवसर पर मण्डलायुक्त पी0 के0 महान्ति, जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह, आई0 जी0 कानपुर जोन, डी0 आई0 जी0 कानपुर रेन्ज, महापौर श्रीमती प्रमिला पाण्डेय, नगर आयुक्त अविनाश कुमार, के0डी0ए0 उपाध्यक्ष के0 विजयेन्द्र पाण्डियन, विधायक अभिजीत सांगा, सांसद देवेन्द्र सिंह भोले, विधायक नीलिमा कटियार एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।