चन्दौलीः दीप नारायण यादव। इलाहाबाद में रेस्तरां में मामूली विवाद के बाद एलएलबी छात्र दिलीप सरोज की पीट-पीट कर खुलेआम की गई नृशंस हत्या से यह साबित होता है कि प्रदेश में अपराधी कितना बेखौफ है। उक्त आरोप मजदूर किसान मंच के नेता अजय राय ने लगाये हैं, उन्होंने आगे कहा कि हत्या की यह वारदात भारी भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र व वीआईपी इलाके में घटी है। घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही पुलिस रही होगी परन्तु पुलिस का अपराधियों को कोई डर ही नहीं था। इस नृशंस हत्या से एक बार फिर कानून-व्यवस्था की तो पोल खोल दी है बल्कि जनता के सामने यह सचाई भी सामने आ गई कि प्रदेश में अपराधियों के हौसले कितना बुलंद है और प्रदेश सरकार अपराध को रोकने के बजाय सरकार के खिलाफ बेरोजगारी अथवा अन्य जन मुद्दों पर आंदोलन चला रहे कार्यकर्ताओं व छात्रों का बर्बरता पूर्वक दमन किया जा रहा है। मजदूर किसान मंच ने दिलीप के हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार करने व इन्हें कठोर से कठोर सजा दिलाने की मांग की है। अगर प्रदेश सरकार का यह दावा सही है कि 1000 से ज्यादा अपराधियों के एनकाउण्टर किये गये हैं तब सवाल है कि अपराधियों के हौसले बुलंद क्यों हैं। नोयडा एनकाउण्टर सहित कुछ अन्य काउण्टर से स्वतः स्पष्ट है कि निर्दोष नागरिकों की पुलिस मुठभेड़ों में हत्याओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसलिए सिविल सोसाइटी की तरफ से यह मांग उठती रही है कि इन पुलिस मुठभेड़ों में हुई मौतों की न्यायिक जांच कराई जाये।