कानपुर,स्वप्निल तिवारी। हटिया होली महोत्सव कमेटी के तत्वावधान में संयोजक ज्ञानेंद्र विश्नोई की अध्यक्षता में जिलाधिकारी को एक ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन के माध्यम से जानकारी देते हुए ज्ञानेंद्र विश्नोई ने बताया कि कानपुर नगर अपनी एवं महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं के लिए पूरे देश में अपना एक विशेष महत्व लगता है 1 मार्च को होली है। कानपुर की होली पूरे भारत में अपना अलग स्थान लगती है क्योंकि कानपुर की होली से लेकर कानपुर हटिया होली मेला तक होली का उल्लास रहता है। इस बार होली का मेला आठ मार्च दिन गुरुवार अनुराधा नक्षत्र में प्राचीन परंपरा के अनुसार होगा। कानपुर का मेला आजादी के दीवानों की याद में मनाया जाता है। स्वतंत्रता आंदोलन चरम सीमा में था। सन 1942 में ब्रिटिश सरकार के तत्कालीन जिलाधिकारी ने होली खेलने प्रतिबंध लगाया था हटिया के नवयुवक ने यह तय किया कि यह हमारा धार्मिक त्योहार है। इसे हम पूरे हर्ष उल्लास के साथ मनाएंगे। बताया गया कि हटिया के राजन बाबू पार्क में क्षेत्रीय नवयुवक बाबू गुलाबचंद सेठ के नेतृत्व में इकट्ठा हुए और तिरंगा फहराकर पाक को चारो तरफ से पुलिस ने घेर लिया और रंग खेल रहे नवयुवक को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। इस हरकत के विरोध में शहर में भयंकर होली खेली गई और एलान किया गया कि जब तक नवयुवक नहीं छोड़े जाएंगे निरंतर होली खेली जाएगी। शहर में कई दिनों तक रंग चला। अतः ब्रिटिश सरकार को झुकना पड़ा और गिरफ्तार नवयुवकों को छोड़ना पड़ा। होली मेला मार्ग से संबंधित कुछ समस्याओं से भी जिलाधिकारी को अवगत कराया जिलाधिकारी ने भी आश्वासन दिया कि समस्याओं का जल्द से जल्द निवारण किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रुप से ज्ञानेंद्र विश्नोई, विजय सिंह, गोपी कृष्ण ओमर, व अरुण अग्रवाल मौजूद है।