घाटमपुर, कानपुरः जन सामना संवाददाता। कस्बे में जंगली जानवरों की आवाजाही को लेकर नागरिको में भय व्याप्त है। गुरुवार की रात लकड़बग्घे ने हमला कर 4 बकरों को अपना निशाना बना लिया, सूचना के बाद भी वन विभाग द्वारा कोई कारगर कार्यवाही ना किए जाने से लोगों में भय व रोष व्याप्त है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बे के आस पास कुछ दिनों से खूंखार जंगली जानवरों द्वारा टहलने से नागरिकों में दहशत है। शाम होते ही लोग घरों में रुकने को मजबूर हो रहे हैं। औरतें बच्चों को शाम होते ही घरों से निकलने नहीं दे रही हैं। कस्बा निवासी ट्रक चालक वसीम अहमद ने बताया कि गुरुवार रात करीब 9ः30 बजे वह घर वापस आ रहा था। ट्रक की रोशनी में उसने एक गधे के आकार वाले जंगली जानवर को देखा जो संभवता पानी की तलाश में पचपीरन तालाब की ओर जा रहा था। कस्बे के मोहल्ला शिवपुरी पश्चिमी निवासी पप्पू यादव ने बताया कि वह कई दिनों पूर्व जैतीपुर रोड स्थित अपने खेतों में जानवरों का चारा लेने गया था। शाम करीब 5ः30 बजे गेहूं के खेत में उसने देखा कि कई जंगली जानवरों ने एक लोमड़ी को पकड़ लिया, और देखते ही देखते सब मिलकर उसको चट कर गए कस्बे के मोहल्ला शिवपुरी पूर्वी पुरानी हवेली निवासी अब्दुल सिद्दीकी के बकरे बाड़े में बीते बुधवार गुरुवार की रात खूंखार जंगली जानवरों ने धावा बोलकर बाड़े में बंद उसके चार कीमती बकरों को अपना निवाला बना लिया, एक बकरे का मांस नोचकर खाने के बाद बाकी 3 बकरों का खून पीने तथा उनका पेट फाड़ने के बाद उसे छोड़कर जंगली जानवर चले गए, सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम खानापूरी करके वापस लौट गई, रात में वन विभाग के तीन सिपाही रुके जरूर लेकिन बकरे वाड़े में कोई जंगली जानवर वापस नहीं लौटा, तहसील से भी एक लेखपाल ने पूछताछ के बाद वापस चला गया। पीड़ित परिवार को अभी तक शासन प्रशासन से ना तो कोई सहायता मिली है ।और ना ही आश्वासन, जंगली जानवरों की बढ़ रही चहल पहल को रोकने का भी अभी तक कोई सार्थक प्रयास वन विभाग द्वारा नहीं किया गया है ।जिससे नागरिकों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है ।अगर जल्दी ही कोई कार्यवाही ना की गई तो बड़ी घटना घटने की आशंका पैदा हो गई है।