Monday, November 25, 2024
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गंगा को महापर्व पर प्रदूषण मुक्त रखने के लिए जिलाधिकारी ने गठित की समिति

कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कुम्भ 2019 के सम्बन्ध में एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि मकर संक्रांति 15 जनवरी 2019 को जिसमें 12 जनवरी 2019 से 15 जनवरी 2019 तक चार दिन, पौष पूर्णिमा 21 जनवरी 2019 जिसमें 18 जनवरी से 21 जनवरी तक, मौनी अमावस्या 4 फरवरी 2019 जिसमें 1 फरवरी से 4 फरवरी तक, बसन्त पंचमी 10 फरवरी 2019 जिसमें 7 फरवरी से 10 फरवरी तक उद्योग का गंदा पानी व अपशिष्ट नदियों में न प्रवाहित किया जाये।
जिलाधिकारी ने सभी उद्योग प्रतिनिधियों को निर्देशित किया है कि नदी में किसी भी प्रकार का अपनी फैक्ट्री का गंदा पानी न जाने दे। क्योकि यह कुम्भ महापर्वो में विशेष स्थान रखता है। उन्होंने इस कार्य हेतु एक कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें उप जिलाधिकारी, उपायुक्त उद्योग प्रदूषण नियंत्रण क्षेत्रीय अधिकारी आदि को सम्मलित करते हुए निर्देशित किया कि समय समय पर वह निर्दिष्ट स्थानों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। यदि निरीक्षण में युनिट का पानी नदी में भेजा जाता मिला तो उसके खिलाफ सुसंगत धाराओं में कठोरत्म कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि शासन के सख्त निर्देश है कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की हीला हवानी क्षम्य नही होगी। उन्होंने कहा कि कुम्भ 2019 आस्था, विश्वास, सौहार्द एवं संस्कृतियों के मिलन का पर्व है। स्नान पर्व में गंगा नदी में स्नान करना अलग ही महत्व है। स्नान पर्व के प्रमुख स्थल गढ़मुक्तेश्वर, कानपुर, बिठूर व प्रयागराज एवं वाराणसी है। इस दौरान गंगा नदी में जल का पर्याप्त अविरल एवं निर्मल प्रवाह सुनिश्चित किया जाना है। उन्होंने कहा कि अधजले शव/कूड़े-कचरे का निस्तारण नदी में प्रतिबंधित रहेगा। बैठक में मुख्य बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गयी। इस मौके पर उप जिलाधिकारी सदर आनन्द कुमार सिंह, प्रदूषण नियंत्रण क्षेत्रीय अधिकारी कालिका सिंह, जिला सूचना अधिकारी वीएन पाण्डेय, आरएन तिवारी, राजीव शर्मा आदि अधिकारीगण व उद्यमी उपस्थित रहे।