Monday, November 25, 2024
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शिक्षा आज के समाज में महतीय आवश्यकता रखता: सत्यदेव पचौरी

कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम, हथकरघा, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सत्यदेव पचौरी जनपद के विकास खण्ड मलासा के अन्तर्गत आरबीडी गल्र्स इंटर कालेज के वार्षिकोत्सव में सम्मलित हुए। जहां विशेष अतिथि शिक्षक विधायक राजबहादुर चंदेल की गरिमामयी उपस्थिति में मां शारदे की प्रतिमा पर पुष्प माला अर्पित कर करने के साथ साथ दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उक्त कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत परम्पराओं का देश है। जहां सम्पन्न लोग समाज के उत्थान व प्रगति के लिए हमेशा आगे आते है। भारत इन्हीं संस्कारों के कारण विश्व पटल पर अद्धितीय है। भारत पहले के समय में विश्व गुरू के रूप में स्थापित था। इसी कारण आज देश के द्वारा ही पूरे विश्व को योग शिक्षा का व्याख्यान करता है। शिक्षा आज के समाज में महतीय आवश्यकता रखता है। शिक्षा के माध्यम से ही समाज व देश को अग्रेतर बढ़ाया जा सकता है। प्रदेश सरकार बालिकाओं को शिक्षित करने के उद्देश्य से स्नात्कोत्तर तक मुफ्त शिक्षा दिलाने के लिए प्रयत्नशील है। क्योकि सरकार का मानना है कि यदि कोई भी बालिका शिक्षित होती है तो वह न सिर्फ स्वयं शिक्षित होती है बल्कि दो परिवारों को भी शिक्षित करने का भी कार्य करती है।
उन्होंने विद्यालय प्रबन्धन समिति से आवाहन किया कि विद्यालय में अध्यनरत गरीब बालिकाओं की मुफ्त शिक्षा प्रदान करायी जाये और जो भी शिक्षा में धनराशि व्यय हो उसको समाज के सम्पन्न लोगों द्वारा व्हन किया जाये। उन्होंने घोषणा की कि वह गांव को 25 सोलर चरखे उपलब्ध करायेंगे जिसके लिए पात्र महिलाओं का चयन कर उन्हें सोलर चरखे चलाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा जिससे वह अपने पारिवारिक आमदनी में सहयोग कर सकेंगी। साथ ही उन्होंने युवाओं से आहवाहन किया कि वह नौकरी ढूंढने के स्थान पर स्वयं का रोजगार स्थापित करें और अन्य बेरोजगारों को भी रोजगार मुहैया कराये। इसके लिए सरकार मुद्रा योजना के अन्तर्गत लोन देकर कुटीर उद्योगों को बढ़ावा दे रही है। इसके साथ ही उन्होंने जैविक फसलों व उत्पादों पर जोर देते हुए कहा कि आज जहां एक ओर रासायनिक पदार्थो के प्रयोग से उत्पन्न फसलों का मूल्य कम है। वहीं जैविक फसलों व उत्पादकों का मूल्य अधिक है।
उक्त के पूर्व मंत्री जी द्वारा मास्टर डेयरी का भी निरीक्षण किया। जहाॅ उन्होने जैविक खेती के माध्यम से पशुओं के लिए चारा उत्पादित किया जाता है, पशुओं के अपशिष्ट से उत्पन्न बायोगैस से विद्युत जनरेटर को संचालित किया जाता है, आधुनिक विधि से पशुओं के दूध को निकालना, दूध को पाश्चराइज्ड करना, दूध की पैकिंग आदि का भौतिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरान्त मंत्री जी द्वारा संयन्त्रों की आधुनिकता एवं जैविक पदार्थों के प्रयोग, प्राकृतिक संसाधनों के अद्वितीय प्रयोग की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के उद्योग देश व प्रदेश में एक मिशाल पेश करते है, जिससे अन्य लोगों को भी इस तरह के उद्योग लगाने की प्रेरणा मिलती है। उक्त के उपरांत मंत्री जी द्वारा उपस्थित पत्रकार बन्धुओं की जिज्ञासाओं का प्रेसवार्ता कर निराकरण किया।
उक्त अवसर पर संस्थान के निदेशक संजय सचान व आरके सचान, संस्थान के संस्थापक गजराज सिंह सचान, प्रबन्धक आरबीडी गल्स इंटर कालेज ओमप्रकाश, प्राचार्या विभा, सलाहकार अनीता सचान, राजकुमार सचान व कार्यक्रम संयोजक व संचालन अनूप सचान सहित विद्यालय के छात्र छात्राओं व संस्थानों के कर्मचारीगण आदि उपस्थित रहे।