हाथरस, नीरज चक्रपाणि। जिले की स्वास्थ्य सेवायें बिगडने की स्थिति में आ गई हैं क्योंकि मरीजों को लाने व ले जाने वाली एम्बुलेंसों के लिए डीजल नहीं मिल पाने पर गाडियां खडे होने की कगार पर आ गई हैं और आज एक प्रसूता को जिलाधिकारी के प्रयासों से एम्बुलेंस उपलब्ध कराकर उसके घर भिजवाया गया।
जानकारी के मुताबिक शासन द्वारा प्रत्येक जिले में मरीजों को लाने व उन्हें छोडने के लिए 108 व 102 एम्बूलेंस सेवा संचालित की गई है और उक्त सेवा जिले में भी संचालित है और पूरे जिले में करीब 40-42 एम्बुलेंस गाडियां संचालित हैं लेकिन डीजल-पेट्रोल पम्प संचालकों द्वारा एम्बूलेंसों को डीजल देने से हाथ खडे कर देने पर एम्बूलेंस गाडियां खडे होने के कगार पर हैं और अगर गाडियां खडी हुईं तो आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पडेगा और स्वास्थ्य सेवाओं पर भी प्रतिकूल प्रभाव पडेगा।
बताया जाता है पेट्रोल पम्प संचालकों से स्वास्थ्य विभाग का अनुबंध है लेकिन डीजल का उन्हें भुगतान नहीं मिल पाने से पेट्रोल टंकी संचालकों द्वारा हाथ खडे कर दिये गये हैं और नि:शुल्क सेवा चलने वाली एम्बुलेंस 108 व 102 की गाडियां खडे होने की कगार पर हैं जबकि आज संयुक्त जिला अस्पताल से एक प्रसूता को छुट्टी के बाद गाडी नहीं मिलने पर मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में पहुंचा तो जिलाधिकारी डा. प्रवीण कुमार लक्षकार के प्रयासों से उक्त प्रसूता को एम्बुलेंस गाडी मिल सकी और उसे उसके गांव लाखनूं भिजवाया गया।