कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। आज राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ प्राथमिक संवर्ग की कानपुर देहात इकाई ने प्रधानमंत्री जी के आवाहन पर वित्त एवम् लेखाधिकारी कामेश्वर प्रसाद को एक ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष में जनपद के समस्त शिक्षकों की भावनाओं का सम्मान करते हुए एक दिन के वेतन का अंशदान मुख्यमंत्री राहत कोष को दिया है।
मीडिया प्रभारी अनन्त त्रिवेदी ने बताया कि पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी के गंभीर संकट से जूझ रही है। भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार इस संबंध में जन सुरक्षा व लोक कल्याण के अपने दायित्वों को बखूबी निभा रहीं हैं।
कोरोना जैसी संक्रामक महामारी से उत्पन्न विषम परिस्थिति को दृष्टिगत रखते हुए अपने नागरिकों की रक्षा के लिए प्रदेश में लाॅक-डाउन भी चल रहा है। साथ ही सरकार द्वारा लिये गये त्वरित व दूरदर्शी निर्णय और समय-समय पर जारी एडवाइजरी के कारण हमारा देश अभी तक इस महामारी की भयावहता से बचा हुआ है।
सरकार के बाद अब समाज व विभिन्न संगठनों का यह नैतिक दायित्व है कि वो संगठित होकर इस वैश्विक आपदा कोरोना महामारी को रोकने के लिए पूरे तन-मन-धन से सहयोग करें।
पूरे विश्व में मानव जाति के जीवन पर आये घनघोर संकट की इस चुनौतीपूर्ण घड़ी में शिक्षक होने के नाते यह राष्ट्रीय कर्तव्य बनता है कि हम सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए, समुदाय के लोगों को भी जागरूक करें और कोरोना बीमारी के इलाज और रोकथाम में लगे सभी कर्मियों व प्रभावितों का भरपूर सहयोग करें।
राष्ट्रीय संकट को ध्यान में रखते हुए अपनी राष्ट्र व समाज हितेषी परम्परा का पालन करते हुए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ कानपुर देहात जिले के समस्त परिषदीय शिक्षकों का आह्वान करते हुए वित्त एवं लेखाधिकारी कामेश्वर प्रसाद से मार्च माह के वेतन से एक दिन का वेतन सहयोग राशि के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराकर राष्ट्र व जनहित के इस पुण्य कार्य में प्राथमिक शिक्षकों को भागीदार बनाने का अनुरोध किया है। जिससे इस वैश्विक महामारी की रोकथाम के हरसम्भव प्रयासों में सभी परिषदीय शिक्षक भागीदार बन सकें।