Tuesday, November 26, 2024
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अनुदेशकों ने भी एक दिन के मानदेय की कटौती पर आपत्ति दर्ज कराई बीएसए को सौंपा अनुरोध पत्र

कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। कोरोना वैश्विक महामारी से निपटने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त ने पुनः शिक्षकों, अनुदेशकों, शिक्षामित्रों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों से 1 दिन का स्वैच्छिक वेतन अंशदान जिला सद्भावना सहयोग समिति में देने की अपील की थी। सभी शिक्षक संघो ने एक दिन की कटौती करने से साफ मना कर दिया है उनका आरोप है कि सरकार ने हम लोगो के महँगाई भत्ते को फ्रीज कर दिया है इससे हम लोगो का करोड़ों रुपये वैसे ही सरकार के खाते में जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर आदर्श अनुदेशक वेलफेयर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष पुष्पेंद्र यादव ने कहा कि अनुदेशकों को कभी भी समय से मानदेय नहीं दिया जाता है और हम लोगों का जूडो-कराटे प्रशिक्षण का यात्रा भत्ता भी अभी तक विभाग द्वारा नहीं दिया गया है। मार्च माह की ग्रांट आ जाने के बावजूद हम लोगों को अभी तक मार्च का मानदेय भी नहीं दिया गया है।इतना ही नहीं संविदा कर्मचारियों के साथ हर समय विभाग सौतेला व्यवहार करता है। शिक्षकों के वेतन का तो समय से भुगतान किया जाता है किंतु अल्प मानदेय पर कार्य कर रहे अनुदेशकों, शिक्षामित्रों एवं कंप्यूटर ऑपरेटरों, सहायक लेखाकारों के मानदेय का भुगतान समय से नहीं किया जाता है। इसीलिए हम सभी ने यह निर्णय लिया है कि हम लोग किसी भी प्रकार से स्वैच्छिक अंशदान नहीं करेंगे। वैसे भी हम लोग अत्यंत ही अल्प मानदेय में कार्य कर रहे हैं, इससे स्वयं के परिवार का भरण पोषण भी नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा हम लोगों को केवल 11 माह का मानदेय ही प्राप्त होता है। जिलाध्यक्ष का कहना है कि जनपद संगठन व जनपद के समस्त अनुदेशकों के द्वारा एक राय होकर यह निर्णय लिया गया है।