हाथरस। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस इस बार नौ तारीख के स्थान पर 10 जनवरी को मनाया जाएगा। यह बदलाव नौ तारीख को रविवार होने के चलते किया गया है। इस दिन महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच के साथ ही योजनाओं का लाभ देने के लिए बैंकों के माध्यम से गर्भवती के खाते भी खोले जाएंगे। यह खाते जीरो बैलेंस पर खुलेंगे।अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राजीव गुप्ता ने कहा कि विभाग चाहता है कि सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में चलाई जा रही योजना प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, जननी सुरक्षा योजना आदि का लाभ सभी लाभार्थी महिलाओं को मिले। मुख्य रूप से संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और मातृ-शिशु मृत्युदर को कम करने के उद्देश्य से इस दिवस का आयोजन किया जाता है। इस दिन हर गर्भवती की पांच जांच ब्लड प्रेशर, ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, हीमोग्लोबिन जांच और अल्ट्रासाउंड निशुल्क किया जाता है। उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाओं की पहचान कर उन्हें उच्च चिकित्सा केन्द्रों पर रैफर किया जाता है।
योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक अवनेंद्र कुमार राठौर ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर दूसरी व तीसरी तिमाही की गर्भवती पर फोकस रहेगा। इसमें उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली गर्भवती को चिन्हित किया जाएगा। उनकी स्थिति के हिसाब से उन्हें उच्च स्वास्थ्य केन्द्र पर रैफर किया जाएगा। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत योजना की धनराशि लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत पहली बार मां बनने पर तीन किस्तों में पांच हजार रुपये दिये जाते हैं। यह रकम डीबीटी के माध्यम से दी जाती है।अवनेंद्र राठौर ने कहा कि बैंक खाता नहीं होने के कारण कई बार महिला को लाभ नहीं मिल पाता है, इसलिए लाभार्थी महिला किसी भी बैंक में जाकर अपना खाता जीरो बैलेंस पर खुलवाकर योजना का लाभ ले सकती है। जिससे योजना की धनराशि लाभार्थी को सीधे खाते में सरकार के द्वारा भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर आने वाले लाभार्थियों की परिवार नियोजन के बारे में भी काउंसलिंग की जाती है।