हाथरस। ऑल प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर मांग की है कि कोविड-19 महामारी के कारण समस्त विद्यालय 2 साल से बन्द चल रहे हैं जिसके कारण लाखों शिक्षक कर्मचारी बेरोजगार हो गये हैं और वर्तमान में भी स्कूल बन्द हैं। अभिभावकों में भी स्कूल संचालकों व सरकार के प्रति जनआक्रोश व्याप्त है। जिसके कारण प्रबन्धतंत्र को बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।ऑल प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि ऑन लाइन शिक्षा से मात्र 20 प्रतिशत छात्र ही लाभ पा रहे हैं। 80 प्रतिशत छात्रों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार की ओर अग्रसर है। ऑनलाइन शिक्षा को बन्द कर भौतिक रूप से पठन पाठन क्रिया सुचारू की जाये। आर. टी. ई. के अन्तर्गत निःशुल्क शिक्षा पा रहे छात्र-छात्राओं की शुल्क प्रतिपूर्ति विगत 2 वर्षो से विद्यालयों को प्राप्त नहीं हुई है। उक्त धनराशि को विद्यालयों को निर्गत कराया जाये। जिससे कि विद्यालयों को कुछ सहयोग हो सके। संगठन ने शिक्षकों को मानदेय के रूप में 10 हजार प्रतिमाह शिक्षकों के खाते में भेजने की मांग की है जिससे कि उनके परिवार का भरण पोषण हो सके। स्कूलों में भौतिक रूप से पठन पाठन न होने के कारण समय से न तो स्कूलों में शिक्षण शुल्क आ पा रहा है। जिसके कारण शिक्षकों को समय से मानदेय नहीं मिल पा रहा है इसलिये विद्यालयों को भौतिक रूप से पठन पाठन के लिये खोलने पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाये। स्कूलों के अनियमित बन्द रहने के कारण बच्चों की मानसिक स्थिति बहुत ही कमजोर हो रही है जिसके कारण बच्चों का शिक्षा के प्रति लगाव कम हो रहा है। बच्चों के भविष्य को देखते हुये स्कूलों को पूर्व की भाँति खोला जाये जिससे बच्चे शिक्षा के प्रति गंभीर हो सकें। जिस तरह से कक्षा 9 एवं 11 में पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की गयी है उसी तरह कक्षा 1 से 8 तक भी पंजीकरण प्रक्रिया समस्त विद्यालयों में शुरू की जाये। कोरोना की स्थिति के चलते छोटे-छोटे स्कूल तो बन्द होने के कगार की स्थिति में पहुँच चुके हैं और बहुत स्कूल तो खुलने की स्थिति में भी नहीं है। सरकार उपरोक्त मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर विद्यालयों एवं शिक्षा की तरफ भी ध्यान दें एवं त्वरित कार्यवाही करके हमें संजीवनी प्रदान करें।मांग करने वालों में एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राजेश चौधरी, अजय गौड़, सुनील कुमार सिंह, सत्यप्रकाश सारस्वत, गोविन्द गोपाल, पदम सिंह, अजय नागर, मुवीन खां, लाखन सिंह, आर.पी. शर्मा, पदम चौधरी आदि स्कूल संचालकों ने कहा है कि अगर सरकार ने 7 फरवरी तक स्कूल न खोले तो संगठन आन्दोलन करने से पीछे नहीं हटेगा तथा चुनाव बहिष्कार जैसी स्थिति पर भी विचार किया जा सकता है।