⇒हिन्दूवादी संगठनों ने जिलाधिकारी से की थी मामले की शिकायत
⇒प्रशासन के संज्ञान में था मामला, फिर भी चलता रहा काम
मथुरा। शहर के बीच पौराणिक महत्व को समेटे करोडों रुपये मूल्य की बेशकीमती जमीन को नगर निगम ने अवैध कब्जे से मुक्त कराया है। नगर निगम प्रशासन के मुताबिक ग्राम केशोपुर मनोहरपुर में कब्रिस्तान की भूमि की आड में जाममुद्दीन व शाकिर हुसैन नामक व्यक्ति अपने 50 से 60 साथियों के साथ नगर निगम स्वामित्व की भूमि पर बाउण्ड्रीवाल लगाकर कब्जा कर रहे थे। सात मार्च को बाउण्ड्रीवाल को तोड़ दिया गया था, लेकिन पुनः बाउण्ड्रीवॉल का निर्माण प्रारम्भ करा दिया गया। 14 मार्च को मजिस्ट्रेट नीतू सिंह, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली गोविन्द नगर व सहायक नगर आयुक्त राज कुमार मित्तल, ईटीएफ टीम व पुलिस बल की सहायता से नगर निगम द्वारा भूमि पर किये जा रहे अवैध अतिक्रमण को हटवा दिया गया। कब्जा मुक्ता करायी गयी भूमि का क्षेत्रफल लगभग 28000 वर्ग मीटर है व भूमि का मूल्य लगभग 50 करोड़ रुपये है। सहायक आयुक्त राजकुमार मित्तल का कहना है हाथी टीले के पास जो जगह है, राजस्व अभिलेखों में नगर निगम की जमीन है। उसमें कुछ हिस्से में कब्रिस्तान है। हमने कभी कब्रिस्तान को लेकर कोई हस्तक्षेप नहीं किया और नहीं किसी को परेशान किया। हालांकि वह सब संपत्ति भी नगर निगम की है। कब्रिस्तान की आड में कुछ लोगों ने यहां बाउंड्री करना शुरू कर दिया। प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में करोड़ों रुपये की भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया है।
अवैध कब्जे पर चला बाबा का बुलडोजरः दिनेश शर्मा
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने मथुरा जिला अधिकारी को सोमवार को ज्ञापन दिया था और जिलाधिकारी मथुरा से मांग की थी कि भूतेश्वर के पास हाथी टीला पर मुस्लिम पक्ष द्वारा अवैध अतिक्रमण किया जा रहा है। यहां पर राजा कंस के हाथी रहते थे और भगवान श्री कृष्ण ने राजा कंस के पागल हाथी से युद्ध किया था। यहीं पर उस पागल हाथी का वध किया था। यह हिंदुओं का प्राचीन धार्मिक स्थान है। जिन लोगों ने अवैध कब्जा करने का प्रयास किया था उन पर मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।