मथुरा। उ.प्र. सरकार के पुलिस महानिदेशक मुख्यालय के सभागार में आज प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह एवं सूचना विभाग के प्रमुख सचिव एवं शासन के अपर मुख्य सचिव संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक देवेन्द्र चौहान, एडीजी लॉयन ऑर्डर प्रशान्त कुमार आदि ने मथुरा पॉक्सो कोर्ट की स्पेशल डीजीसी अलका उपमन्यु एडवोकेट एवं मथुरा जिले के जैंत थाना के एसएचओ अरूण पवार को पुलिस प्रशंसा चिन्ह एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एडीजी एम.के.वशाल एवं अन्य सीनियर पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत महिला अपराध में त्वरित न्याय दिलाने की पहल की जाती है। इसके तहत मथुरा में एक आठ वर्षीय बालिका से रेप और हत्या की जघन्य घटना हुई थी, इस प्रकरण में जैंत थाना प्रभारी निरीक्षक अरूण पवार ने तत्काल रिपोर्ट दर्ज कर अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा तथा न्यायालय में त्वरित चार्जशीट पेश की। इस पर पॉक्सो कोर्ट न्यायालय में सरकार की ओर से इस केस की पैरवी करते हुए स्पेशल डीजीसी अलका उपमन्यु एडवोकेट ने मात्र 22 दिन में कोर्ट में गवाह, सबूत, बहस आदि कर अभियुक्त को फांसी की सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा जमुनापार के एक नाबालिग के केस में 28 दिन में अभियुक्त को आजीवन कारावास तथा रिफायनरी थाने के नाबालिका के केस में आरोपी पिता को मात्र 40 दिन में आजीवन कारावास की सजा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके चलते स्पेशल डीजीसी अलका उपमन्यु को जिलाधिकारी पुलकित खरे, एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय, एडीजी राजीव कृष्ण, अभियोजन विभाग के जोन डायरेक्टर एसपी राय एवं स्थानीय जेडीओ सहसेन्दु मिश्रा ने भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था एवं प्रदेश अभियोजन विभाग के प्रमुख अपर पुलिस महानिदेशक आशुतोष पांडेय ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था। आज पूरे प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों एवं अभियोजन विभाग के अधिकारी एवं सरकारी अधिवक्ताओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने त्वरित न्याय प्रदान करने की दिशा में प्रभावी पहल की। इसी कड़ी में जैंत थाना प्रभारी अरूण पवार को गोल्ड मैडल के साथ डीजीपी पुलिस प्रशंसा चिन्ह देकर सम्मानित किया गया तथा स्पेशल डीजीसी श्रीमती अलका उपमन्यु को पूरे प्रदेश में सिल्वर मैडल एवं डीजीपी पुलिस प्रशंसा चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में आज सम्मानित किए गए अभियोजन विभाग एवं सरकारी अधिवक्ताओं में एक मात्र महिला स्पेशल डीजीसी श्रीमती अलका उपमन्यु एडवोकेट थी।