मोटरसाइकिल चलाना आजकल एक ऐसा स्टाइल स्टेटमेंट बन गया है कि महिला कलाकारों ने भी बाइक चलाना शुरू कर दिया है। कुछ अभिनेत्रियाँ अपनी स्क्रिप्ट की मांग से इतर भी बाइक चलाना सीखने को लेकर जुनूनी हैं। ऐसी ही एक साहसी अभिनेत्री हैं श्वेता भट्टाचार्या जो शो ‘जय कन्हैया लाल की’ में डाॅली की भूमिका निभा रहीं हैं। हाल ही में, ऐसी खबर थी कि श्वेता ‘जय कन्हैया लाल की’ के सेट पर अपने को-स्टार विशाल वशिष्ठ से हिंदी सीख रहीं हैं। श्वेता हमेशा नई चीजें सीखने में खुद को व्यस्त रखती हैं। उसकी इस सूची का नवीनतम शगल बाइक चलाना है। श्वेता बेसब्री से बाइक चलाना सीख रही हैं। बाइक चलाने के बारे में कोई जानकारी नहीं होने के कारण श्वेता ने कोशिश करने का फैसला किया और अभी तक सफल रही हैं।
इस बारे में बताते हुए श्वेता कहती हैं, “मुझे हमेशा से बाइक चलाने में डर लगता था। मेरा एक दोस्त बाइक चलाना सीखाने में मेरी मदद कर रहा है। मैंने सोचती थी कि बाइक खतरनाक स्पीड मशीन है लेकिन मैंने बाइक चलाना सीखकर अपना डर दूर करने का फैसला किया। बाइक चलाना आसान नहीं है। इसके लिए कड़ी मेहनत और समर्पण की जरूरत है।
क्यों ना इस महिला दिवस पुरुषों की बात हो ?
‘हम लोगों के लिए स्त्री केवल गृहस्थी के यज्ञ की अग्नि की देवी नहीं अपितु हमारी आत्मा की लौ है, रबीन्द्र नाथ टैगोर।’
8 मार्च को जब सम्पूर्ण विश्व के साथ भारत में भी ‘महिला दिवस’ पूरे जोर शोर से मनाया जाता है और खासतौर पर जब 2018 में यह आयोजन अपने 100 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है तो इसकी प्रासंगिकता पर विशेष तौर पर विचार करना आवश्यक हो जाता है।
जब आधुनिक विश्व के इतिहास में सर्वप्रथम 1908 में 15000 महिलाओं ने न्यूयॉर्क शहर में एक विशाल जुलूस निकाल कर अपने काम करने के घंटों को कम करने, बेहतर तनख्वाह और वोट डालने जैसे अपने अधिकारों के लिए अपनी लड़ाई शुरू की थी तो, इस आंदोलन से तत्कालीन सभ्य समाज में महिलाओं की स्थिति की हकीकत सामने आई थी।
उससे भी अधिक दुर्भाग्यपूर्ण तथ्य यह है कि अगर वोट देने के अधिकार को छोड़ दिया जाए तो पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के वेतन और समानता के विषय में भारत समेत सम्पूर्ण विश्व में महिलाओं की स्थिति आज भी चिंतनीय है।
विश्व में महिलाओं की वर्तमान सामाजिक स्थिती से सम्बन्धित एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर भारत की बात की जाए, तो 2017 में लैंगिक असमानता के मामले में भारत दुनिया के 144 देशों की सूची में 108 वें स्थान पर है जबकि पिछले साल यह 87 वें स्थान पर था। किन्तु केवल भारत में ही महिलाएँ असमानता की शिकार हों ऐसा भी नहीं है इसी रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि ब्रिटेन जैसे विकसित देश की कई बड़ी कंपनियों में भी महिलाओं को उसी काम के लिए पुरुषों के मुकाबले कम वेतन दिया जाता है। वेतन से परे अगर उस काम की बात की जाए जिसका कोई वेतन नहीं होता, जैसा कि हाल ही में अपने उत्तर से विश्व सुन्दरी का खिताब जीतने वाली भारत की मानुषी छिल्लर ने कहा था, और जिसे एक मैनेजिंग कंसल्ट कम्पनी की रिपोर्ट ने काफी हद तक सिद्ध भी किया। इसके मुताबिक, यदि भारतीय महिलाओं को उनके अनपेड वर्क अर्थात वो काम जो वो एक गृहणी, एक माँ, एक पत्नी के रूप में करती हैं, उस के पैसे अगर दिए जाएं तो यह भारतीय अर्थव्यवस्था में 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर का योगदान होगा। और इस मामले में अगर पूरी दुनिया की महिलाओं की बात की जाए तो यूनाइटेड नेशन की रिपोर्ट के अनुसार उन्हें 10 ट्रिलियन अमेरिकी डालर अर्थात पूरी दुनिया की जीडीपी का 13 प्रतिशत हिस्सा देना होगा।
कन्या गुरूकुल विद्यालय की छात्राओं ने किया योग
सासनी, हाथरसः जन सामना ब्यूरो। कन्या गुरूकुल महाविद्यालय की छात्राओं ने जिला संभल के रामा कान्वेंट स्कूल बवराला में योगासन कर निरोगी काया रखने को प्रेरित किया। तथा किस योग किस प्रकार का लाभ है यह जानकारी दी। शुक्रवार को कन्या गुरूकुल महाविद्यालय की मुख्याधिष्ठात्री विद्यालंकार डा. पवित्रा शर्मा ने बताया कियोगा स्पोर्ट डेवलपमेंट ऐसोसियेशन उत्तर प्रदेश के बैनरतले 22 फरवरी दिन गुरूवार को लगे चैथे नाॅर्थ स्टेट योगा चैंपियनशिप शिविर में । विद्यालय से 17 छात्राओं ने सहभागिता की। जिसमें नौ छात्राओं को मेडल एवं शेष को प्रशस्ति पत्र दिए गये। साथ ही डा. पवित्रा को छात्राओं को कार्रक्रम के लिए तैयार करने तथा उनके निर्देशन में छा़त्राओं द्वारा योगासन के दौरान शालीनता और अनुशासन रखने पर वैस्ट आॅफ आॅनर से पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। मैडल प्राप्त करने वाली छात्राओं में कविता, श्रेष्ठा, कनिका, याशिका, मानसी, हर्षिता, मंजू, आकांक्षा, वेदांती, के अलावा अन्य प्रशस्ति पत्र प्राप्त करने वाली छात्राएं भी मौजूद थी।
Read More »महिलाओं को ब्यूटी पार्लर एवं सिलाई प्रशिक्षण निःशुल्क
सासनी, हाथरसः जन सामना ब्यूरो। सासनी-जलेसर रोड स्थित गांव किशनगढी के सामने केनरा बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में महिलाओं के लिए व्यूटी पार्लर एवं सिलाई के 30 दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षण हेतु रजिष्ट्रेशन शुरू हैं जिसमें महिलाओं को स्वावलंबी बनाने हेतु उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए संस्था के निदेशक अजीत प्रसाद ने बतया कि यह प्रशिक्षण ऐसा प्रशिक्षण हैं कि महिलाएं अपने घर में रहते हुए अपना व्यवसाय शुरू कर अपने पैरों पर खडी हो सकती है। इस प्रशिक्षण में महिलाओं को गुजराती, बगाली, मराठी, अरेविक, मारवाडी, दुल्हन, महाराष्ट्रीय एवं नेल आर्ट, थे्रडिंग, वैक्स, व्लीच, मेरिक्योर, पेडीक्योर, फेषियल, दुल्हन मेकप ,कटींग, बालों में मेंहदीं आदि के विशेष गुर सिखाये जायेंगें तथा महिला टेलर में महिलाओं को विभिन्न परिधान एवं बुटीक स्तर के प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे कि महिलाओं को रोजगारपरक बनाया जा सकें । प्रशिक्षार्थीयों के लिऐ निःशुल्क भोजन, चाय तथा प्रशिक्षण सम्बधित सामग्री प्रदान की जायेगी । प्रशिक्षण पाने वाले प्रशिक्षार्थीयों को प्रमाण पत्र वितरित किये जायेंगें ।
Read More »होली पर अपनी तस्वीर के साथ जारी होगा डाक टिकट
मात्र 300 रुपए में मिलेंगे 12 डाक-टिकट
जोधपुरः जन सामना ब्यूरो। होली का त्योहार नजदीक आ रहा है, पर इसका रंग लोगों पर अभी से चढ़ने लगा है। हर कोई अपनी होली को यादगार बनाने के लिए कुछ अनूठा करना चाहता है। पर कभी आपने सोचा है कि आपकी होली पर डाक टिकट भी जारी हो सकता है। पर अब यह सम्भव है। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक विभाग की श्माई स्टैम्पश् सेवा के तहत लोग होली पर पर अपनी तस्वीर के साथ यादगार रूप में डाक टिकट भी जारी करवा सकते हैं।
निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि पाँच रुपए के डाक-टिकट, जिस पर होली के रंगों से सराबोर आपकी खूबसूरत तस्वीर होगी, वह देशभर में कहीं भी भेजी जा सकती है। इस डाक टिकट पर बाकायदा हिंदी और अंग्रेजी में ‘होली’ भी लिखा होगा। मात्र 300 रुपए के खर्च में 12 डाक-टिकटों की एक शीट बनवाई जा सकती है। श्री यादव ने बताया कि जोधपुर सहित सभी प्रधान डाकघरों में इसके लिए संपर्क किया जा सकता है।
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी कुछ नया चाहती है, ऐसे में होली के शुभकामना पत्रों पर इन डाक टिकटों को चिपकाकर देश-विदेश में भी भेजा जा सकता है।
काल भैरव रहस्य की एक्ट्रेस सरगुन कौर को पसंद है पेंटिंग
स्टार भारत की मिस्ट्री थ्रिलर ‘काल भैरव रहस्य’ ने अपनी रोमांचक कहानी से दर्शकों को बांध रखा है। एक्टिंग के अलावा शो के कुछ कलाकारों की छिपी हुई प्रतिभाएं उनके खाली समय में सामने आती रहतीं हैं। ऐसी ही एक एक्टर सरगुन कौर हैं जो न केवल खूबसूरत हैं बल्कि चित्रकार भी हैं। उन्हें पेंटिंग पसंद है। शूटिंग से मिले खाली समय में वह पेंटिंग करना उनका शगल है।
पेंटिंग से अपने लगाव के बारे में सरगुन कहती हैं, “मुझे आर्ट पसंद है। कला हमारे जीवन में रंग भरती है, कल्पनाशील बनाती है और हमें ऐसी दुनिया प्रदान करती है जिसमें उड़ान भर सकते हैं. जब मैं पेंटिंग कर रही होती हूँ तब मुझे अंदर और बाहर शांति की अनुभूति होती है। मेरे लिए पेंटिंग एक जीवित भाषा है जो एहसास और भावनाओं को अभिव्यक्त करती है। मैं कोई महान चित्रकार नहीं हूँ लेकिन जो भी मैं पेंट करती करती हूँ वह सीधे मेरे दिल से आता है। दिल्ली में मेरे माता-पिता मेरी पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाते हैं। आपको अपने जुनून को जिंदा रखना जरूरी है।
पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में मिला युवक का शव
कानपुरः जन सामना संवाददाता। पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में शुक्रवार की सुबह बैंक आफ बड़ौदा के पास एक युवक का शव पड़ा देख इलाके में सनसनी फैल गयी। सूचना पाकर मौके पर पहुची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू की।
हरदोई निवासी 26 वर्षीय प्रमोद का शव शुक्रवार की सुबह पनकी इंउस्ट्रियल एरिया में बैंक आॅफ बड़ौदा के पास पड़ा पाया गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों से पूंछतांछ कर जांच शुरू की। बताया जाता है कि युवक शराब का लती था लेकिन उसकी मौत कैसे हुई इसकी कोई जानकारी नहीं हुई। फिलहाल पुलिस द्वारा युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है साथ ही मृतक के परिजनो को भी सूचना दी जा चुकी है।
बड़गावां में आयोजित हुआ आॅल इंडिया मुशायरा व कवि सम्मेलन
शहाबगंज, चन्दौलीः जन सामना ब्यूरो। कर्मनाशा नदी के तट पर बसे विकास क्षेत्र के बड़गावां गांव में बुधवार की रात्रि कौमी एकता आल इंडिया मुशायरा एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें पूरी रात काव्य की धारा में श्रोता डूबते उतराते रहे। हास्य व्यंग्य के कवियों ने जहां श्रोताओं को हंसा-हंसाकर लोट-पोट कर दिया, वहीं देश भक्ति गीत ने युवाओं को झकझोर दिया। हिन्दू-मुस्लिम एकता की गीतों को श्रोताओं ने खूब सराहा। इस दौरान आयोजक मंडल ने पत्रकारों व अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। देर शाम शुरू हुए कवि सम्मेलन व मुशायरा भोर तक चला जिसमें बंधु पाल बंधु की रचना हमरो मेहरारु प्रधान हो गइल के माध्यम से महिलाओं के उत्थान की बात कही इनकी कविता को लोगों ने खूब सराहा, तो आकाशवाणी कलाकार व कवि झगड़ू भईया की कविता कहली जीवनदायीं गंगा कब निर्मल करवईबा, कहिया गंगा माई क अविरल धारा बहवईबा ने खूब ताली बटोरी, तो फरमोद इलाहाबादी ने तुम अपने पड़ोसी हो जो माँगो दे देंगे लेकिन कश्मीर नहीं देंगे, किस बल पे अकड़ते हो मालूम नहीं है क्या जिस मुल्क में रहते हो वो मुल्क भी हमारा है ने गीत सुनाकर लोगों को हिंदुस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने पर मजबूर कर दिया। निजाम बनारसी ने भारत में एकता की निराली ये शान है होता है कही भजन तो होता कही अजान है पढ़कर हिन्दू मुस्लिम एकता की बात कही। फलक सुल्तानपुरी ने हया के वादियों में शर्म के आंगन में रहती हूं, मैं उर्दू हुं सदा तहजीब के दामन में रहती हूं गजल पेशकर खूब वाह वाही लूटी। हिना अंजुम इलाहाबादी ने अपनी तन्हाई से मैं आज बगावत कर लूं, हो इजाजत तो कहो मोहब्बत कर लूं के माध्यम से युवाओं को झकझोरा। चकिया नगर पंचायत अध्यक्ष एवं कवि अशोक कुमार बागी ने राम और रावण चित्रण कविता के माध्यम से करके खूब वाह-वाही लूटी।
Read More »भाई पर चलाई गोली से खुद का बेटा घायलः गिरफ्तार
सासनी, हाथरसः जन सामना ब्यूरो। अपने भाई के ही खाली पडे प्लाट से एक डलिया मिट्टी लेना दूसरे भाई को भारी पड गया। प्लाट मालिक भाई ने अपने भाई पर तमंचा तानकर जान से मारने की नीयत से फायर झोंक दिया। मगर खुद का पुत्र बीच में आ गया जिसकी बांह में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल पुत्र को उपचार के लिए अलीगढ भेजा है। वहीं फायर करने वाले भाई को जानलेवा हमला करने के आरोप में पुलिस ने जेल भेजा है। पुलिस के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के गांव बत्तीसा में हरिओम और धर्मपाल पुत्रगण राजपाल सगे भाई है। गुरूवार को धर्मपाल ने गांव में अपने भाई हरिओम के खाली पडे प्लाट से एक डलिया मिट्टी खोद ली और अपने घर ले गया। इसे लेकर हरिओम का पारा सातवें आसमान पर चढ गया। हरिओम ने पहले तो अपने भाई को भला बुरा कहा तो इस पर दोंनों में मुंहवाद हो गया। जब हरिओम का गुस्सा और बढा तो हरिओम अपने घर में रखा अवैध तमंचा(पौनियां) निकाल लाया। और धर्मपाल की ओर तानकर जान से मारने की नीयत से फायर झोंक दिया। इसी दौरान हरिओम का पुत्र अनिल बीच बचाव करने बीच में आ गया। तमंचे से निकली गोली भाई को न लगकर खुद के पुत्र अनिल कुमार की बांह में जा लगी। गोली लगते ही झगडे के दौरान मौजूद लोगों में भगदड मच गईं उधर गोली लगने से अनिल जमीन पर गिरकर लोहुलुहान हो गया। हरिओम जब तक भाग पाता ग्रामीणों ने उसे दबोच लिया और उसके हाथ से तमंचा छीन लिया। ग्रामीणों ने 100 नंबर डायल कर घटना की जानकारी पुलिस को दी।
Read More »इफको ने किया जीर्णाेद्वार विषयक फसल विचार गोष्ठी का आयोजन
फिरोजाबादः जन सामना ब्यूरो। उर्वरक क्षेत्र की विश्व की सबसे बडी सहकारी संस्था इफको द्वारा गुरूवार को गांव नगला मवासी में एक बृहद फसल विचार गोष्ठी सेमीनार का आयोजन वर्तमान कृषि के प्रमुख ज्वलन्त मुददे मृदा का जीर्णोद्वार एवं फसल उत्पादकता बृद्वि विषय पर केन्द्रित किया गया। सेमीनार में सर्वप्रथम मुख्य अतिथि तथा अतिथियों के द्वारा माॅ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्जवलन किया गया। कार्यक्रम के दौरान डीएम नेहा शर्मा ने बेटी-बचाओ बेटी पढ़ाओ की सोच को सकारात्मक से लेते हुये उत्साह के साथ कडी को आगे बढाने को प्रेरित किया। उन्होने कहा कि जिस प्रकार महिलाये शसक्त होती जा रही है, हमें जल्दी परिणाम निचले स्तर तक भी दिखाई देंगे। इस समय यह मुहिम चरम पर है और हम सभी को यह गति बनाये रखनी होगी। उन्होने कहा कि महिलाये जिस प्रकार से उत्साह के साथ स्वंय सहायता समूह बनाकर और अन्य माध्यमांे से पैरो पर खडी हो रही है वह बहुत ही उत्साह का विषय है। जिलाधिकारी ने यू0पी0 इन्वेस्टर समिति का जिक्र करते हुये कहा कि काॅच के साथ साथ आलू प्रोसेसिंग को स्थान मिलना बहुत ही गौरव की बात हैैैै। इससे निश्चित तौर पर क्षेत्र के किसानो को लाभ होगा। उन्होने गिरते जलस्तर पर चिन्ता भी व्यक्त की और सभी का जल संरक्षण के लिये आवश्यक आधार भूत कर्तव्यों का पालन करने का सुझाव दिया। जरा सा भी पानी बर्बाद न हों इसका सभी को ध्यान रखने को कहा क्योंकि जनपद के 9 में से डार्क ब्लाक है। उन्होेने किसानो को अपनी फसल की सेहत और अपनी मिटटी की सेहत के साथ-साथ अपनी सेहत का भी ध्यान रखने को कहा जिसके लिये इफको की तरफ से भी प्रबंध है।कार्यक्रम के दौरान मुख्य क्षेत्रीय प्रबंध आगरा प्रदीप कुमार ने बताया कि इफको की स्थापना 3 नवम्बर 1967 को मात्र 6 लाख रु की पूँजी के साथ 57 सहकारी समितियों के साथ मिलकर हुयी थी जो अब 50 वर्ष का स्वर्णिम सफर तय करते हुए किसानो की दुआओं से 49000 सदस्य समितियों की सहभागिता के साथ प्रतिवर्ष लगभग चालीस हजार करोड़ टर्नओवर के साथ विश्व के करी देशो जिनमे ओमान, जार्डन,सेनेगल, दुबई आदि में कार्य कर रही है तथा उर्वरक क्षेत्र में सिरमौर स्थापित करने के बाद इफको टोकियो बीमा क्षेत्र, इफको किसान मोबाईल टेलीफोनी, कोरडेट जैव उर्वरक एवं कृषक प्रशिक्षण, इफको बाजार रिटेल व्यापर, आईएफएफडीसी बीज उत्पादन तथा कृषि वानिकी, इफको एमसी कृषि रसायन आदि के साथ कुल 17 सहयोगी कम्पनी संस्थाओं के निर्माण कर किसानों को सेवाएं दे रही है।
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