Tuesday, November 26, 2024
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मथुरा में खतरे के निशान से उपर बह रही यमुना

मथुरा। सोमवती अमावस्या की काली रात यमुना किनारे के वाशिंदों के लिए कुछ ज्यादा ही डरावनी रही। सोमवार को मथुरा में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। तमाम लोग घरों की छतों पर अभी भी शरण लिए हुए हैं। चारों तरफ फैले यमुना के पानी और बीच बीच में घिर कर आने वाली काली घटाएं लोगों की धरकडन को तेज कर रही थीं। जलभराव के चलते इन क्षेत्रों में बिजली काट दी गई है जिससे लोगों को अंधेरे में ही रात गुजारनी पडी। जनपद में यमुना किनारे राजस्व रिकार्ड के मुताबिक 116 गांव बसे हैं। जिनमें से आधा सैकडा गांवों में यमुना का पानी पहुंच गया है। मथुरा वृंदावन के यमुना खादर में बसी दर्जनों कॉलोनियां जलभराव की चपेट में हैं। मथुरा में प्रयाग घाट पर यमुना का खतरे का निशान 166.20 मीटर पर है। सोमवार की दोपहर को यमुना जी खतरे के निशान से ऊपर 167.30 मीटर पर बह रही थी। वृंदावन में जलभराव के चलते 18 नलकूप बंद हो गय हैं, जलभराव से ग्रस्त क्षेत्रों के साथ वह क्षेत्र भी पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं जहां बाढ़ का पानी नहीं पहुंचा है, लेकिन सप्लाई इन्हीं नलकूपों से होती है। नगर निगम ने कुछ क्षेत्रों में पानी के टैंकर भिजवाए हैं। मंगलवार से यमुना के जलस्तर में कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है। दूसरी ओर गोकुल महावन के बीच बने कार्ष्णि गुरु शरणानंद महाराज के रमणरेती आश्रम में भी यमुना का पानी घुस गया हैं। आश्रम में चारों ओर पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। गुरु शरणानंद महाराज से सोमवार को आश्रम में भरे पानी में नाव भी चलाई। मांट क्षेत्र में अब डांगोली पानी गांव रोड भी यमुना के पानी में डूब गया है। रविवार की रात ही इस रोड पर पानी आ गया था। फक्कड बाबा के समीप सड़क कटान होने से सोमवार सुबह प्रशासन ने इस मार्ग पर आवागमन बंद कर दिया। वहीं वृंदावन से मांट का संपर्क टूट गया है। विश्राम घाट का दृश्य बहुत ही रोमांचित करने वाला है। विश्राम घाट का यमुना जी की आरती वाला स्थल पूरी तरह से पानी में डूब गया है। यहां पर लगे घंटा घडियालों को छूने से पानी बस कुछ ही नीचे रह गया है। यमुना के निचले इलाकों में पानी लगातार बढ़ता जा रहा है। अधिक मुशीबत नव विकसित कॉलोनियों में सामने आ रही है। कई कॉलोनियां तो ऐसी हैं जिनमें पहली बार यमुना का पानी पहुंचा है। जबकि कुछ कॉलोनियां लगभग हर वर्ष इस समस्या से जूझती हैं। तहसील मांट, सदर और महावन क्षेत्र में यमुना किनारे बसी कॉलोनियों और गांव में यमुना का पानी लगातार आगे बढ़ रहा है। जिन शहरी और ग्रामीण इलाकों को यमुना ने अपनी चपेट में लिया है उनकी विद्युत सप्लाई काट गई दी गई है। मथुरा में जयसिंहपुरा खादर और वृंदावन के परिक्रमा मार्ग, पानी गांव खादर के रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया है।
पानी में डूबने से युवक की मौत
यमुना के पानी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। दरअसल मूलरूप से आगरा के अछनेरा का रहने वाला 35 वर्षीय जितेन्द्र उर्फ जीतो आठ साल से वृंदावन में रह रहा था। कॉलोनी में अचानक यमुना का पानी आ गया। किसी वजह से उसे पानी में उतरना पडा। अपने मकान से कुछ दूर ही पहुंचा था कि तेज बहाव में वह पानी फंस गया और डूब गया। आसपास के लोगों ने हिम्मत जुटा कर युवक को पानी से बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
‘‘यमुना का जलस्तर लगातार बढ रहा है। अभी तक 1200 लोग शरणालयों में आ चुके हैं। हर शरणालय में मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई हैं। 12 गांव ऐसे हैं जो पूरी तरह बाढ़ से प्रभावित हुंए हैं। एनडीआरएफ की दो टीम, एसडीआरएफ की दो टीम, पीएससी की एक जनपद में टीम कार्यरत हैं। स्थानीय लोगों की भी मदद ली जा रही है। ट्रैक्टरों से भी लोगों को निकाला जा रहा है। सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी तरह की जनहानि न हो।’’
-पुलकित खरे, जिलाधिकारी मथुरा