Tuesday, July 9, 2024
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कृष्ण-सुदामा मिलन की कथा सुन भक्त हुए प्रफुल्लित

फिरोजाबाद। केएस परिवार द्वारा जीआर प्लाजा स्टेशन रोड पर श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के अंतिम दिन कथा वाचक मृदुल कृष्ण शास्त्री ने सुदामा चरित्र व शुकदेव चरित्र का व्याख्यान किया। वहीं कथा पंडाल में भगवान श्रीकृष्ण-सुदामा की भव्य झांकी के दर्शन कराएं गए।
कथा वाचक मृदुल कुृष्ण शास्त्री ने सुदामा चरित्र का मनमोहक वर्णन करते हुए कहा कि मित्रता करो, तो भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी करो। सच्चा मित्र वही है, जो अपने मित्र की परेशानी को समझे और बिना बताए ही मदद कर दे। परंतु आज कल स्वार्थ की मित्रता रह गई है। जब तक स्वार्थ सिद्ध नहीं होता है, तब तक मित्रता रहती है। उन्होंने कहा कि सुदामा गरीब ब्राह्मण थे। वह पांच घरों से भिक्षा मांग कर अपने बच्चो लालन-पालन करते थे। किसी दिन भिक्षा न मिलने पर भूखे सो जाते थे। सुदामा अपनी पत्नी के कहने पर अपने बाल सखा श्रीकृष्ण से मिलने द्वारिका जाते है। जहॉ द्वारपाल से कहते है कि श्रीकृष्ण मेरे बचपन के मित्र है। मेरा संदेश श्रीकृष्ण तक पहुंचा दो, लेकिन द्वारपाल सोच में पड़ जाते है और उनकी तरफ देखने लगते है। तभी द्वार पर अक्करू जी आते है और वह सुदामा का संदेश श्रीकृष्ण तक पहुंचाने को कहते है। श्रीकृष्ण सुदामा का नाम सुनते ही नंगे पॉव महल से बाहर आते है और सुदामा को ना पाकर द्वारपाल से पूछते हैं। द्वारपाल उन्हें बताते वह चले गये और सुदामा पुकारते हुए उनकी तरफ चल देते है। सुदामा और श्रीकृष्ण के मिलन को देख लोग आश्चर्य चंकित रह जाते है। कहते मित्रता श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी होनी चाहिए। कथा के अंत में महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया।
इस दौरान मुख्य यजमान नानक चंद्र अग्रवाल, सुधा अग्रवाल, डॉ अनिल जैन राज्यसभा सांसद, सुनील अग्रवाल, जिला प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी भाजपा अमित गुप्ता, आनन्द अग्रवाल, गिरीश गर्ग, शैलेन्द्र गुप्ता, दीपक गुप्ता कालू, मनीष अग्रवाल, आकाश गुप्ता, देवेन्द्र सिंह पार्षद आदि मौजूद रहे।

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