हाथरस। शहर के विकास कार्यों से संबंधित नगर पालिका परिषद बोर्ड की आज पालिका सभागार में आयोजित बोर्ड बैठक में बैठक शुरू होने के कुछ ही समय बाद कुछ प्रस्तावों पर बहस के दौरान कुछ सभासदों ने प्लानिंग के द्वारा हंगामा किए जाने से बोर्ड बैठक हंगामा की भेट चढ़ गई। जबकि एक सभासद का आरोप है कि उनके साथ अमद्रता की गई। जिसके बाद वोर्ड बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई। नगर पालिका परिषद द्वारा आज पालिका के सभागार में शहर के विकास कार्यों से संबंधित 28 प्रस्तावों पर चर्चा व स्वीकृति के लिए सदन में प्रस्ताव रखा गया था और बैठक दोपहर 1 बजे से आयोजित की गई थी। बोर्ड बैठक में ई रिक्शा, ई कार्ड, ई भार आदि को पंजीकरण करने, फैमिली कोर्ट के बाहर शौचालय निर्माण, शहर के पाकों, चौराहा व ऐतिहासिक धरोहरों पर लाइट एवं रखरखाव, मथुरा रोड पर विद्युत पोलों पर तिरंगा लाइटें, सीसीटीवी कैमरा, सड़क, नाली निर्माण के कार्य, पेयजल आपूर्ति हेतु 25 नलकूपों के संचालन में ऑटोमेशन, शहर में फॉगिंग मशीन से एंटी लार्वा स्प्रे, निर्माण सामग्री क्रय करने, सुरक्षा गार्ड्स की आउटसोर्सिंग पर आपूर्ति, कंप्यूटर ऑपरेटर की आउटसोर्सिंग पर आपूर्ति, सफाई व्यवस्था हेतु सफाई कार्मिकों की आउटसोर्सिंग पर आपूर्ति, विद्युत सामान, सफाई उपकरणों की आपूर्ति, अधिवक्ताओं की नियुक्ति, सीवेज फार्म पर कान्हा गौशाला का निर्माण, शहर में होर्डिंग, यूनिपोलों के निरस्तीकरण, राजस्व वसूली, विभिन्न विकास कार्य, पालिका के वाहनों की मरम्मत व वर्कशाप का निर्माण तथा आदर्श विद्या निकेतन इंटर कॉलेज में पेयजल व्यवस्था व सौंदर्याेकरण कार्य आदि के प्रस्ताव बोर्ड के समक्ष स्वीकृति हेतु रखे गए थे। लेकिन बोर्ड बैठक शुरू होते ही कुछ सभासदों ने प्लानिंग के द्वारा कुछ प्रस्तावों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया गया और सभासद अपनी सीट से उठकर पालिका अध्यक्ष की सीट के पास आकर हंगामा करने लगे। जिससे बैठक में हंगामा जैसी स्थिति बन गई।
बताया जाता है हंगामा आदि के चलते जहां बोर्ड बैठक के संचालन में पालिका प्रशासन को समस्याएं आ रही थी। वहीं सभासद मनीष अग्रवाल पीपा का आरोप है कि उनके साथ बदतमीजी व अभद्रता की गई। पालिका बोर्ड बैठक में हंगामा की सूचना पाकर मौके पर एसडीएम सदर रवेंद्र कुमार, सीओ सिटी सुरेंद्र सिंह, कोतवाली सदर प्रभारी शिवकुमार शर्मा, कोतवाली हाथरस गेट प्रभारी सत्येंद्र राघव, कोतवाली सासनी प्रभारी केडी शर्मा आदि पुलिस बल के साथ पहुंच गए और हंगामा शांत कराया।
उक्त बोर्ड बैठक में हंगामा को लेकर पालिका अध्यक्ष श्वेता चौधरी का कहना है कि कुछ सभासद मीटिंग शुरू होने से पहले ही प्लानिंग करके आए थे और मीटिंग से पहले ही हंगामा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उक्त सभासद कहीं और से दूषित थे और पूर्व कार्यकाल में जो घोटाले हुए हैं उन घोटाले से संबंधित कुछ प्रस्ताव थे। तो वह जानबूझकर चार-पांच सभासद प्लानिंग से हंगामा करने के मूड में ही आए थे। जिससे कि जो प्रस्ताव हैं और संबंधित जो घोटाले हैं वह उजागर ना हो। उन्होंने कहा है कि विरोधी लोग जो हैं उनके द्वारा तंत्र चल रहा है और पिछले कार्यकाल के कारनामे उजागर ना हो। उन्होंने बताया कि मीटिंग शुरू होने से पहले ही उक्त लोग हंगामा कर रहे थे। जिससे कि होर्डिंग, यूनिपोल व सफाई के प्रस्ताव आदि पर चर्चा न हो सके और उनका उद्देश्य यही था कि किसी प्रकार से उक्त प्रस्ताव पर चर्चा होकर कार्रवाई न हो। उन्होंने कहा है कि लेकिन वह छोड़ेंगे नहीं कार्यवाही होगी और शीघ्र ही नगर पालिका प्रशासन से वार्ता कर के बोर्ड बैठक आयोजित की जाएगी।