Friday, September 20, 2024
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सगे भाई व भाभी ने ही एक अन्य के साथ मिलकर की थी मनीषा की हत्या

विश्व बंधु शास्त्रीः बागपत। उत्तर प्रदेश में बागपत के सिसाना गांव के जंगल में दो दिन पूर्व मिला अधजला अज्ञात शव गौतमबुद्धनगर जनपद के सदरपुर गांव निवासी स्वर्गीय हर्षवर्धन की पुत्री मनीषा चौहान का था। पुलिस ने इस संबंध में एक महिला समेत दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक ने घटना का सफल अनावरण करने वाली टीम को 25 हजार रुपए की नकद धनराशि देकर पुरस्कृत किया है।
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने आज यहां जानकारी दी कि 2 नवंबर को थाना कोतवाली बागपत पर वादी चौकीदार रणसिंह पुत्र श्रीचन्द निवासी ग्राम सिसाना ने सूचना दी थी कि अज्ञात अभियुक्तों द्वारा एक अज्ञात महिला के शव को ग्राम सिसाना में श्मशान घाट के पास जला दिया है। जिसका अधजला शव शमशान घाट के पास कूडाघर में पड़ा है। इस सम्बन्ध में तहरीर के आधार पर कोतवाली बागपत पर अज्ञात में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। साथ ही घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए क्राइम ब्रांच की इंटेलिजेंस टीम, सर्विलांस सैल टीम, फील्ड यूनिट की टीमों सहित कोतवाली बागपत की टीमों का गठन कर घटना के सफल अनावरण के लिए टास्क निर्धारित किया गया था। इसी क्रम में सभी टीमों द्वारा इलैक्ट्रॉनिक सर्विलांस सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल तथा विभिन्न टीमों द्वारा किए गए मैराथन प्रयासों के पश्चात् घटना का सफल अनावरण किया गया। अज्ञात मृतका की शिनाख्त मनीषा चौहान पुत्री स्व0 हर्षवर्धन निवासी गांव सदरपुर सेक्टर 45 थाना सेक्टर 39 गौतमबद्धनगर के रूप में हुई। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए 02 अभियुक्तों विवेक चौहान उर्फ मनीष पुत्र स्व0 हर्षवर्धन, शिखा पत्नी विवेक चौहान उर्फ मनीष निवासीगण ग्राम सदरपुर जनपद गौतमबद्धनगर के नाम प्रकाश में आये जो कि मृतका मनीषा के सगे भाई व भाभी हैं। एक अन्य अभियुक्त पवन पुत्र ओमपाल निवासी ग्राम सिसाना थाना जनपद बागपत की गिरफ्तारी का प्रयास जारी है।
पुलिस ने अभियुक्तों से की गई पूछताछ के दौरान बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त विवेक चौहान मृतका का सगा भाई तथा गिरफ्तार अभियुक्ता शिखा मृतका की सगी भाभी है।
अपर पुलिस अधीक्षक मनीष मिश्र ने बताया कि अभियुक्त पवन का गिरफ्तार अभियुक्ता शिखा के साथ कई वर्षों से दोस्ती (मधुर संबंध) थे व घर पर आना जाना था। जिसका अभियुक्ता शिखा की ननंद मृतका मनीषा चौहान के द्वारा विरोध किया जाता था। मृतका ने शिखा व पवन के बीच की कुछ वीडियो व चैट बरामद कर गोपनीय रूप से परिजनों को उपलब्ध करा दी थी, जिससे शिखा मृतका मनीषा के बीच अनबन रहती थी। मृतका के नाम पर अपने स्व0 पिता हर्षवर्धन की पैतृक सम्पत्ति भी थी। उन्होंने मृतका मनीषा के अन्य परिजनों के हवाले से बताया कि उसके भाई व भाभी उसके साथ मारपीट करते थे। इसी पैतृक सम्पत्ति व दोस्ती के कारण मृतका के भाई अभियुक्त विवेक चौहान उर्फ मनीष, उसकी पत्नी शिखा व अभियुक्ता शिखा के दोस्त अभियुक्त पवन के द्वारा मनीषा की योजनाबद्ध तरीके से अपने मकान में गला घोटकर हत्या कर दी। उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए पवन द्वारा घटना में इस्तेमाल की गयी स्विफ्ट गाड़ी में डालकर मृतका मनीषा के शव को अपने गांव सिसाना में शमशान घाट के पास दिनांक 02 नवंबर को डालकर पहचान छुपाने के लिए ज्वलनशील पदार्थ डालकर जलाया गया। अभियुक्त पवन ग्रामीणों को आता जाता देख शव को अधजला छोडकर अपनी गाडी से फरार हो गया। पुलिस को इस घटना का पता चलने व पुलिस द्वारा सक्रियता बढाने का अन्देशा होने पर पवन एवं मृतका के भाई व भाभी के द्वारा मृतका की गुमशुदगी थाना सैक्टर 39 में दिनाँक 03 नवंबर को दर्ज करायी गई थी।
पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त एक गाड़ी स्विफ्ट बरामद हुई है।
अभियुक्तों के खिलाफ कोतवाली बागपत पर विधिक कार्यवाही की गई है। पुलिस अधीक्षक द्वारा टीम को 25 हजार रुपये के ईनाम से पुरस्कृत किया गया है।