Tuesday, July 9, 2024
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रक्षा मंत्री ने देश को समर्पित किया पहला बालिका सैनिक स्कूल

मथुरा: श्याम बिहारी भार्गव। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश को पहला बालिका सैनिक स्कूल समर्पित किया। छठी कक्षा से 12 वीं कक्षा तक संचालित होने जा रहे इस स्कूल में 120 बेटियां शिक्षा लेंगी। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। सोमवार को रक्षा मंत्री एवं मुख्यमंत्री वृंदावन के वात्सल्य ग्राम में चल रहे तीन दिवसीय षष्ठीपूर्ति महोत्सव के समापन अवसर पर आयोजित हुए कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इसी मौके पर स्कूल का लोकार्पण किया गया। विद्यालय में वर्तमान में स्केटिंग, बालीवाल, राइफल शूटिंग, हार्स राइडिंग कोर्स बालिकाओं को कराए जाएंगे। इसके अलावा सैन्य विद्यालयों के लिए सैनिक स्कूल सोसाइटी द्वारा तय मानकों के आधार पर बाधा प्रशिक्षण के लिए मैदान तैयार कराया जाएगा। सैनिक स्कूल का पहला सत्र अप्रैल से शुरू होगा। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी परीक्षा कराती है। बालिकाओं ने 20 दिसंबर तक आवेदन किया है। 21 जनवरी को इसकी परीक्षा होगी। परीक्षा में पास होने के बाद बालिकाएं ई काउंसिलिंग होगी और मेरिट लिस्ट बनेगी। विद्यालय में सत्र अप्रैल में ही शुरू होगा। सुबह पांच से रात 10 बजे तक विभिन्न चरणों में पढ़ाई होगी। इस स्कूल में सीबीएसई बोर्ड की पढ़ाई भी होगी। सेना के पूर्व अधिकारी व एनसीसी के अधिकारी सेना की तैयारी कराएंगे।
वात्सल्य ग्राम के प्रवक्ता डा. उमाशंकर राही ने बताया कि सैनिक स्कूल सोसाइटी द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम की शिक्षा बालिकाओं को दी जाएगी। शाम को विभिन्न खेलकूद, परेड और बाधा प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सैनिक स्कूलों में बालिकाओं का प्रवेश हो इसके लिए प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। देश के अंदर सैनिक स्कूलों की परंपरा उत्तर प्रदेश में 1960 प्रारंभ हुई थी जब डा. संपूर्णानंद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने देश का पहला सैनिक स्कूल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थापित किया। 2017 में मुझे लखनऊ के सैनिक स्कूल में जाने का अवसर प्राप्त हुआ था। उसकी समिति का चेयरमैन मुख्यमंत्री होता है इस नाते मैं वहां गया था।