Friday, July 5, 2024
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रसायन विज्ञान का प्रश्न पत्र केवल अंग्रेजी माध्यम में देख हिन्दी माध्यम के छात्र-छात्राओं के उड़े होश

शिकोहाबाद: संवाददाता। विश्वविद्यालय परीक्षा की प्रथम पाली में बीएससी तृतीय सेमेस्टर रसायन विज्ञान का प्रश्न पत्र केवल अंग्रेजी माध्यम में छपा होने पर हिंदी माध्यम की छात्राओं को बड़ी परेशानी हुई। जिसकों लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई की तहसील संयोजक सुरभि राजपूत के नेतृत्व में पालीवाल महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. प्रेम प्रभाकर को अनेक छात्राओं ने विश्वविद्यालय की कुलपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
इस अवसर पर सुरभि राजपूत ने बताया कि नई शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं सरकार की मंशा के अनुसार अंग्रेजी एवं अन्य भाषा विषयों के प्रश्न पत्रों को छोड़कर शेष सभी विषयों के प्रश्न पत्र द्विभाषी भाषा में छपे होने चाहिए। जिससे ग्रामीण क्षेत्र के भी छात्र-छात्राएं आसानी से प्रश्नों को समझ कर अच्छे से उत्तर दे सकें। लेकिन शुक्रवार सुबह की प्रथम पाली में बीएससी तृतीय सेमेस्टर के रसायन विज्ञान का प्रश्न पत्र केवल अंग्रेजी भाषा में छपा हुआ छात्र-छात्राओं को वितरित किया गया। जिससे कुछ देर तक हिंदी माध्यम के छात्र-छात्राएं हक्के-बक्के से बैठे रहे। फिर कुछ देर में शिक्षकों के कहने पर उन्होंने प्रश्न पत्र को हल किया। इस मौके पर महाविद्यालय की हिंदी माध्यम के छात्राओं का कहना था कि प्रश्नों की भाषा अंग्रेजी में छपे होने के कारण ठीक से समझ नहीं आई है। इस प्रश्न पत्र में अच्छे अंक आने की संभावना कम है। हम सभी विश्वविद्यालय की कुलपति से निवेदन करते हैं कि आगे से प्रश्न पत्र द्विभाषी भाषा में छपे होने चाहिए।