Friday, April 26, 2024
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हाथरस में अपराधी और प्रसाशनिक अधिकारियों का है गठजोड़

हाथरस, जन सामना संवाददाता। यूपी के हाथरस में अपराधी और प्रसाशनिक अधिकारियो का गठजोड़ देखने को मिला,पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ फोटो खिंचाते नजर आये 14 संगीन आपराधिक मुकदमों के आरोपी दंगल संयोजक। हाथरस में अपराधी और पुलिस एवं प्रशासन का प्रेम मेले में देखने को मिला जहाँ मेले में दंगल के मंच पर पुलिस अधिकारी और प्रसाशनिक अधिकारी के साथ भगवा कपड़ो में नजर आ रहे इस शख्श पर धोखाधड़ी, डकैती, हत्या का प्रयास सहित कई थानों में गुंडा एक्ट में कई संगीन मुकदमे दर्ज है संगीन मामलो में आरोपी को प्रशासन ने आंख मुदकर मेले के सबसे बड़े कार्यकर्म दंगल का संयोजक बना डाला। फोटो साफ नजर आ रहे सफेद कपड़ो में एसडीएम सदर और वर्दी में एएसपी हाथरस के ठीक बगल में खड़ा भगवा कपड़ो में हिस्ट्रीशीटर हरिशंकर राना उर्फ भूरा पहलवान आपको बता दे हाथरस में प्रशासन की घोर लापरवाही का मामला सामने आया है । ऐतिहासिक दाऊजी मेला महोत्सव में जिला प्रशासन ने आंखे मुदकर दर्जन भर से अधिक आपराधिक मामलों के आरोपी को ही मेला के सबसे बड़े कार्यकृम का संयोजक बना डाला । दंगल संयोजक बनाये गए हरिशंकर राना उर्फ भूरा पहलवान पूर्व में भाजपा के जिलाध्क्षय भी रह चुके हैं। जिनके आपराधिक इतिहास की लिस्ट बहुत लंबी है। जनपद और जनपद से बाहर के जिलों के थानों में भी इनके खिलाफ कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं अपनी पत्नी को छोड़कर दूसरी महिला को पत्नी बना रखा इस मामले में भी थाने में मुकदमा लिखा गया है वही इन सबसे वेपरवाह पुलिस इन्हें पकड़ना तो दूर इनके साथ फोटो खींचाने में गर्व महसूस कर रही है। भूरा पहलवान पर धोखाधड़ी, डकैती, हत्या का प्रयास सहित जनपद सहित आसपास के कई थानों में गुंडा एक्ट में कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं। इसे प्रशासन की लापरवाही न कहा जाए तो क्या कहा जाए कि दर्जन भर से अधिक संगीन आपराधिक मामलों के आरोपी को बिना छानबीन किये मेला के इतने बड़े कार्यकृम दंगल महोत्सव का संयोजक बना दिया गया। यह एक बड़ा सबाल है।जब इस मामले पर उपजिलाधिकारी अमिताभ यादव से जानकारी की गई तो उनका कहना था कि भीड़भाड़ में फोटो खिंचवाने से किसी को मना नही किया जा सकता है। जब उनसे दर्जनों संगीन अपराधों के आरोपी को दंगल संयोजक बनाये जाने के विषय में पूछा गया तो मामले की जांच कराने की बात कहकर वह सवालों से बचते नजर आए। वही अपराधी के साथ फोटो की बात कहने पर एसडीएम साहब ने कुछ देर के लिए मोन धारण कर लिया और फिर वही रटा -रटाया जवाबा दे डाला हमे नहीं पता की वो अपराधी है ।