Sunday, November 24, 2024
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एनटीपीसी टांडा में हिन्दी पखवाड़ा 2024 का शुरुआत

अंबेडकर नगर। एनटीपीसी टांडा परियोजना में 14 सितंबर 2024 को कार्यकारी निदेशक अशेष कुमार चट्टोपाध्याय द्वारा प्रशासनिक भवन स्थित सभागार में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में समारोह आयोजित किया गया। समारोह में हिन्दी पखवाड़ा 2024 का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर उन्होंने सभी को राजभाषा में कार्य करने की प्रतिज्ञा दिलवाई। इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डा0 जय प्रकाश कर्दम, प्रसिद्ध लेखक, संपादक, अनुवादक एवं पूर्व निदेशक (कार्यान्वयन), राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार रहे। इस अवसर पर महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) नील कुमार शर्मा, महाप्रबंधक (प्रचालन) अभय मिश्रा, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) रजनीश कुमार खेतान, समस्त विभागाध्यक्षगण, परियोजना के समस्त राजभाषा नोडल अधिकारी व यूनियन एवं एसोसिएशन के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डा0 जय प्रकाश कर्दम ने हिंदी भाषा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 14 सितंबर 1949 को हमारे देश की संविधान सभा द्वारा हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया। इसलिए आज की तारीख देशवासियों के लिए ऐतिहासिक है। उन्होने कहा कि संविधान निर्माताओं ने देश की एकता एवं अखण्डता के लिए हर दृष्टि से हिंदी भाषा को सर्वमान्य भाषा के रूप में उपयुक्त पाया। आजादी के उपरान्त संविधान सम्मत भाषा हिंदी को जन-जन तक पहुॅचाने के लिए सरकारी एवं गैर सरकारी स्तर पर निरंतर विविध प्रयास किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में कार्यकारी निदेशक चट्टोपाध्याय ने उपस्थित सभी सदस्यों से कार्यालयीन कार्यों में हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए आग्रह किया। हिंदी में कार्य करना बहुत आसान है तथा हिंदी में कार्य करके हमें गर्व की अनुभूति करनी चाहिए। उन्होंने हिन्दी पखवाड़ा 2024 की सफलता की कामना की। समारोह में उपस्थित राजभाषा नोडल अधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों ने हिन्दी के प्रति अपने-अपने विचार व्यक्त किये।
विभागाध्यक्ष (मानव संसाधन) रजनीश कुमार खेतान ने हिन्दी की नीतियों के बारे में उपस्थित सभी अधिकारियों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि टांडा परियोजना में हिंदी पखवाड़ा 14-28 सितम्बर तक मनाया जा रहा है। इस दौरान कर्मचारियों, परिवारजनों एवं सहयोगियों के लिए हिंदी सुलेख, हिंदी निबंध लेखन, हिंदी चलचित्र (श्रवण एवं दृश्य), श्रुतिलेख प्रतियोगिता, आशु-भाषण, हिंदी अनुच्छेद प्रश्नोत्तर और स्वरचित कविता/कहानी लेखन आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने उपस्थित जनों से प्रस्तावित प्रतियोगिताओं में ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल होकर हिंदी पखवाड़ा को सफल बनाने की अपील की।