सलोन, रायबरेली। विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय शाहबाजपुर मे हिंदी दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विशेष रूप से सेवानिवृत शिक्षक मोहम्मद इस्माइल खान मौजूद रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि, ‘हम भारतीयो की शक्ति है हिंदी, एक सहज अभिव्यक्ति है हिंदी’। हिंदी विश्व की प्राचीन और सरल भाषाओं में से एक है। हिंदी भारतीय सभ्यता का मूल है। हिंदी से ही हम भारतीय संस्कृति और संस्कारों की पहचान होती है। 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था इसीलिए हम इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाते हैं ताकि हम अपनी मातृभाषा के प्रति सम्मान और प्रेम प्रकट कर सकें। बताते चलें कि जनपद रायबरेली का हिंदी साहित्य में अपना विशेष योगदान रहा। इसी जनपद के दौलतपुर ग्राम में जन्मे आचार्य महाप्रसाद द्विवेदी जी ने हिंदी साहित्य की निस्वार्थ सेवा कर प्रतिभा संपन्न लेखकों को प्रेरित भी किया तथा राष्ट्र प्रेम की अलख जगाई। हमें चाहिए कि हम अपनी राष्ट्रभाषा का सम्मान करे तथा अपनी इस धरोहर को मरते दम तक संजो कर रखें। इस अवसर पर प्राथमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रवण कुमार यादव ने कहा कि लेखनी के धनी आचार्य द्विवेदी जी ने निबंध, कविता ,उपन्यास के साथ-साथ हिंदी साहित्य में बिखरे मोती, कहानी संग्रह, साहित्य आदि का प्रस्तुतीकरण हमें अमूल्य तोहफा दिया। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका साफिया बानो, रतीराम यादव ने अपने विचार साझा करके द्विवेदी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। शिक्षक दशरथ लाल, सुमन देवी राम अवध यादव के साथ-साथ शिक्षा समिति के अध्यक्ष मुकेश साहू एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। इसी क्रम में प्रा0 वि0 गौवा बाज़ार में मो0 वसीम प्रधानाध्यापक मखदुमपुर में रतिराम क0जू0 हाई0 सलोन में डॉ0 साधना शर्मा के नेतृत्व में विशेष कार्यक्रम आयोजित हुआ।