फिरोजाबाद। राजा का ताल स्थित अतिशय क्षेत्र पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर पर दस दिवसीय पर्युषण महापर्व के आठवें दिन रविवार को उत्तम त्याग धर्म की पूजा आराधना की गई।
सर्वप्रथम श्रीजी को पनडु्कशीला पर विराजमान कर उनका विधि-विधान से अभिषेक किया गया। शांति धारा करने का सौभाग्य रवि जैन, संजय जैन और सोनू परिवार ने प्राप्त किया। मुनि सोमदत्त सागर महाराज ने उत्तम त्याग धर्म के बारे में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कामनाओं को त्याग करने से ही त्याग की प्राप्ति होती है, और त्याग से ही सुख प्राप्त होता है। वास्तविक त्याग पर में नहीं स्वयं में है। पर द्रव्यों से महत्व भाव तोड़ना ही उत्तम त्याग धर्म है। लोभ, लालच, चुगली, झूठ, काम, क्रोध, आदि कुविचारों का त्याग हम सभी को करना चाहिए। आत्मा के राग, द्वेष आदि काशायिक भावों का अभाव होना ही वास्तविक त्याग धर्म है। धर्म सभा में राजेश जैन, राकेश जैन, सुविधि जैन, प्रवीण जैन, विक्रम जैन, रजत जैन, अरुण जैन, गौरव जैन, संदीप जैन, अमित जैन, हनी जैन, संभव जैन, अभिनय जैन, अनिल जैन, सुधीर जैन, सुभाष चंद्र जैन, राजेंद्र जैन, रवि जैन, सक्षम जैन, अंकित जैन, प्रभात जैन, सुशांत जैन, दीपक जैन, मुकेश जैन आदि मौजूद रहे।