Saturday, November 30, 2024
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संभल में हुई हिंसा के खिलाफ भाकपा (माले) ने किया मार्च

चंदौलीः जन सामना संवाददाता। पिछले दिनों 24 नवम्बर को संभल में हुई हिंसा जिसके लिए भाजपा प्रदेश की सरकार और आरएसएस सीधे तौर पर जिम्मेदार है। उक्त बातें भाकपा (माले) राज्य स्थाई समिति सदस्य सह चंदौली जिला सचिव कामरेड अनिल पासवान ने पार्टी के राज्यव्यापी आह्वान पर जिला मुख्यालय स्थित बिछिया धरना स्थल से जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च कर राष्ट्रपति को संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन सौंपने के बाद हुई सभा को संबोधित करते हुए कही।
माले जिला सचिव ने कहा कि इस राज्य प्रायोजित हिंसा में पुलिस की गोलियों से पांच मुस्लिम नौजवानों की हत्या हुई,दंगा भड़काने की कोशिश की गई। पांच लोगों की हत्या के बावजूद पूरे मुस्लिम समाज के ऊपर फर्जी मुकदमे दायर किए गए और गिरफ्तारियां हो रही हैं।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) राज्य कमेटी सदस्य कामरेड शशिकांत सिंह ने कहा कि यूपी के संभल में हुई हिंसा भारत के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताने-बाने को नष्ट करने का एक प्रयास है। ज्ञानवापी और अन्य स्थलों पर देखे गए पैटर्न के बाद, संभल में यह दावा करके विवाद पैदा किया गया कि 16 वीं शताब्दी की जामा मस्जिद पहले एक मंदिर थी। पांच दिन पूर्व एक सर्वेक्षण होने के बावजूद, 24 नवंबर 2024 रविवार को सुबह दूसरा सर्वेक्षण शुरू किया गया। यह पूजा स्थल अधिनियम, 1991 का स्पष्ट उल्लंघन है जो प्रत्येक धार्मिक पूजा स्थल की 15 अगस्त 1947 की स्थिति की गारंटी देता है।
अखिल भारतीय किसान महासभा जिला अध्यक्ष कामरेड श्रवण मौर्य ने कहा कि संभल में मनमाने और भड़काऊ सर्वेक्षण के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर योगी शासन की क्रूर कार्रवाई के दौरान पुलिस ने पांच मुस्लिम युवकों की गोली मार कर हत्या कर दी। पूरी घटना सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा देने और प्रदेश भर में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को डराने-धमकाने के लिए हालिया उपचुनाव जीत से उत्साहित संघ-भाजपा की एक सुनियोजित साजिश की ओर इशारा करती है।
इंकलाबी नौजवान सभा प्रदेश अध्यक्ष कामरेड ठाकुर प्रसाद ने कहा कि संभल की घटना ऐसे समय में हुई है जब कुछ ही दिन पहले राज्य में हाल के उप-चुनावों के दौरान मुस्लिम मतदाताओं को डराने और मताधिकार से वंचित करने के उद्देश्य से भाजपा-पुलिस गठजोड़ द्वारा हिंसक कार्रवाइयों की एक श्रृंखला देखी गई थी।
मार्च मेंअखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा जिला अध्यक्ष कामरेड राम दुलार बिंद,किसान महासभा राज्य काउंसिल सदस्य चंद्रिका यादव जिला स्थाई समिति सदस्य विजय राम, अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला संगठन(एपवा) जिला उपाध्यक्ष श्यामदेयी, रमेश चौहान, सरिता देवी,सुनैना, रूमन कुमारी, रमेश राय, विजय विश्वकर्मा, विष्णु वनवासी, चुम्मन बियार सहित तमाम लोग शामिल रहे।