कानपुर नगर। रविवार को भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कानपुर पहुंचे। उपराष्ट्रपति सेठ आनंदराम जैपुरिया स्कूल, कानपुर के स्वर्ण जयंती संस्थापक दिवस समारोह में शामिल होने के लिये पहुंचे थे। जिसमें उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम मंत्री राकेश सचान एवं कानपुर से लोकसभा सासंद रमेश अवस्थी भी शामिल हुये। स्कूल का प्रतिनिधित्व जैपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के अध्यक्ष शिशिर जैपुरिया ने किया।
समारोह की शुरुआत मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत पौधारोपण के साथ हुई। इसके बाद राष्ट्रगान, दीप प्रज्ज्वलन समारोह और सम्मानित अतिथियों का अभिनंदन किया गया। अपने संबोधन में उप राष्ट्रपति ने नए भारत के निर्माण में शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने देश के युवाओं की क्षमता और ज्ञान और कौशल के माध्यम से इस क्षमता का दोहन करने की आवश्यकता के बारे में बात की। उप राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे सेठ आनंदराम जैपुरिया स्कूल, कानपुर के स्वर्ण जयंती संस्थापक दिवस समारोह में भाग लेने में खुशी हो रही है। मैं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति जैपुरिया परिवार की प्रतिबद्धता की बहुत प्रशंसा करता हूं। मेरा मानना है कि समानता लाने के लिए शिक्षा सबसे परिवर्तनकारी तंत्र है। बच्चों में सीखने के प्रति जिज्ञासा होनी चाहिए। उन्हें असफलता से नहीं डरना चाहिए, भारत के बच्चे इसका भविष्य बनाएंगे। वे भारत को दुनिया में एक महान राष्ट्र बनाएंगे।
वहीं राज्यपाल ने एक प्रेरक भाषण दिया। उन्होंने कहा, सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। समाधान खोजने के लिए सकारात्मक सोच महत्वपूर्ण है। जीवन में लक्ष्य स्पष्ट होना जरूरी है। शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण हथियार है। समारोह के दौरान उप राष्ट्रपति ने स्कूल के तीन उत्कृष्ट विद्यार्थियों को सम्मानित किया। पुरस्कार पाने वालों में ईशा अग्रवाल, आकर्ष उमर और वेदिका गुप्ता शामिल हैं। कार्यक्रम में विशेष अतिथि, छात्र, शिक्षक, अभिभावक और स्कूल के पूर्व छात्र शामिल हुये।