कानपुर। राष्ट्रीय मजदूर कॉंग्रेस (इंटक) की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक रविवार को कटहरी बाग कैंट स्थित आईएनडीडब्ल्यूएफ के कार्यालय में इंटक के प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जहां इंटक नगर अध्यक्ष सिद्नाथ तिवारी, किला मजदूर यूनियन, एमईएस राष्ट्रीय कर्मचारी यूनियन, इंटक प्रदेश महामंत्री एच. एन. तिवारी सहित सभी ने अशोक सिंह को माला पहनाकर व बुके भेंटकर और शाल ओढ़ाकर उनका जोरदार स्वागत व अभिवादन किया। बैठक में कई प्रस्ताव पास किए गए और पिछली कार्यवाही की पुष्टि पर विचार किया गया। जिसमें बोलते हुए अशोक सिंह ने प्रमुख मुद्दों का का जिक्र करते हुए केंद्र और राज्य की श्रम और मजदूर विरोधी नीति पर हमला बोला। उन्होंने देश के हर गरीब किसान, मजदूर, कामगार, नौजवानों, बेरोजगारों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि समाज के इन सभी वर्गों को सामाजिक सुरक्षा, बेहतर स्वास्थ्य तथा शिक्षा, रोजगार से लेकर सभी को रहने के लिए छत की व्यवस्था करवाना केंद्र और राज्य सरकार की नैतिक जिम्मेवारी है। किंतु दोनों ही सरकारें अपने इस दायित्व का निर्वाहन नहीं कर रही हैं। उन्होंने प्रस्ताव के तहत वर्तमान महंगाई को देखते हुए मनरेगा वर्कर्स की मजदूरी बढ़ाए जाने, चीनी उद्योग के कामगारों के वेतन पुनरीक्षण, उत्तर प्रदेश विद्युत, टेक्सटाइल, आउटसोर्सिंग, आंगनबाड़ी, रोडवेज, कांच चूडी, आशा वर्कर, सीमेंट, संविदा कर्मी, रसोइया, शुगर, होटल, इंजीनियरिंग, स्कीम वर्कर, सीमेंट उद्योग आदि के कामगारों के उत्पीड़न को रोकने तथा उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए रणनीति बनाने के साथ समान कार्य के लिए समान वेतन दिए जाने पर जोर दिया। उन्होंने प्रदेश भर मे मंडल स्तर पर, क्रमानुसार किसानों, मजदूरों, खेतिहर श्रमिकों के न्यायोचित अधिकारों के लिए संघर्ष करने पर जोर दिया। अशोक सिंह ने केंद्र और राज्य की नीतियों को पूरी तरह से मजदूर, किसान और कर्मचारी विरोधी बताते हुए कहा कि जिस तरह से केंद्र और राज्य सरकार सभी सरकारी संस्थानों और कारखानों का निजीकरण और निगमीकरण कर रही है। उससे उनकी मंशा साफ़ तरह से जाहिर होती है कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर सभी सरकारी संस्थाओं और कारखानों को पूंजीपतियों को सौंपना चाहती है। जिससे देश से मजदूरों, कामगारों का अस्तित्व समाप्त किया जा सके। केंद्र सरकार की यूपीएस स्कीम को भी उन्होंने पूरी तरह से छलावा बताया और कहा कि केवल ओपीएस ही लेकर रहेंगे। अंत में उन्होंने सभी से पूरी ताकत के साथ संगठन की संख्या बढ़ाकर संघर्ष का आह्वान किया। बैठक मे मुख्य रूप से प्रदेश इंटक के महामंत्री एच. एन. तिवारी, उपाध्यक्ष पी. एस बाजपेई, नगर अध्यक्ष सिद्घनाथ तिवारी,प्रदेश अध्यक्ष युवा इंटक आशुतोष तिवारी, उमेश शुक्ला,किला मजदूर यूनियन के अध्यक्ष महेंद्र नाथ, महामंत्री समीर बाजपेई, जेसीएम चतुर्थ नीरज सिंह, उपाध्यक्ष अनिल कुमार, नरेश तिवारी, सयुंक्त मंत्री संजय गुप्ता, प्रचार मंत्री विजय पाल, राकेश द्विवेदी, संगठन मंत्री मोहम्मद अजीम, जी.डी.शर्मा, विनोद तिवारी, राकेश कुमार, नितिन पाण्डेय, सुरेंद्र कुमार, रतन कुमार आदि बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।