Saturday, April 20, 2024
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समाज का पुश्तैनी कार्य-उसका जातीय सम्बोधन नही-श्याम साधु

रायबरेलीः जन सामना ब्यूरो। किसी भी मानव समाज का पुश्तैनी कार्य उस समाज का जाति सम्बोधन होना, उसके कार्य को अपमानित करता है जबकि कोई भी कार्य छोटा-बड़ा नही होता है। उक्त विचार पर्यावरण एवं पशु सेवी श्याम साधु ने प्रान्तीय संयोजिका श्रीमती मंजू सिंह (काकुस्थ) नाम देव महा सभा उत्तर प्रदेश (रजिस्टर्ड) के निवास पर उनकी चित्रकूट यात्रा के पूर्व उन्हें और सम्पूर्ण नामदेव समाज को षुभकामनाएं देने उनके निवास पधारे। इस अवसर पर प्रान्तीय संयोजिका मंजू सिंह (काकुस्थ) ने अपने निवास के एक हाल को संत शिरोमणि हाल को घोषित कर श्री श्याम साधु से फीता कटवाकर उद्घाटन किया। श्याम साधु ने यह भी कहा कि जीविको पार्जन हेतु किये गये कार्य को जातीय सम्बोधन बनाना अशिक्षित एवं विकृति मानसिकता का द्योतक है।
हम इसका घोर विरोध करते हैं सारे सन्त समाज को इसकी निन्दा करनी चाहिये। हम सन्त हैं, सन्तों का कार्य सन्मार्ग की ओर पे्ररित करना है और एक स्वच्छ, सभ्य समाज की स्थापना की सोंच भी रखते हुये कार्य करके दिखाना है।
श्याम साधु द्वारा सर्व प्रथम फीता काटकर संत षिरोमणि ‘नामदेव‘ हाल का उद्घाटन किया। तत्पश्चात हाल में संत षिरोमणि नामदेव के चित्र पर ष्याम साधु एवं प्रान्तीय संयोजिका ने संयुक्त रूप से ‘ज्ञान द्वीप’ प्रज्वलित कर पूजा आरती की।
ज्ञातब्य हो कि दिनांक 20 नवम्बर को चित्रकूट में नामदेव जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मंजू सिंह ने श्याम साधु जी के गीतान्जति हर्बल आश्रम जाकर चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लेते हुये घर पधारने का आग्रह किया था।
इस अवसर पर मंजू सिंह ने श्याम साधु को अंग वस्त्र एवं 21 रोटी और मखाने युक्त माला गले में अर्पित कर सम्मान एवं स्वागत करते हुये कहा श्याम साधु फूलों की माला नही पहनते यह उनका फूलों एवं प्रकृति के प्रति अनुराग तो दर्शाता ही है दूसरी ओर रोटियों की माला गाय, कुत्ता, बन्दर आदि पशुओं का भोजन बन कर उनकी छुधा शान्त करता है। यह पशुओं के प्रति प्रेम, दया और सेवा का सूचक है।
इस अवसर पर चित्रकूट की धार्मिक एवं सामाजिक यात्रा पर जाने वाले गीतकार डा. ए. के. राही काकुस्थ, लालता प्रसाद नामदेव इलाहाबाद, महेश यादव, डी.के.सिंह काकुस्थ, राज कुमार (राजा), इन्द्रावती आनन्द काकुुस्थ, लक्ष्मी, नेहा, राजेन्द्र खरे, मंजू खरे, लल्लन जी, रचित, चेरी चार्ली एवं तमाम तीर्थ यात्री उपस्थित रहे।