⇒दर्जनों किसानों से रूपये बापस लिए
⇒कृषि निदेशक उत्तर प्रदेश के आदेश पर बैंक ने सरकार को बापस की रकम’
सैफई, इटावाः राहुल तिवारी। प्रदेश में सरकार बनाने से पहले ही भाजपा ने किसानों से उनकी कर्जमाफी का एलान किया था। सरकार में आने के बाद इस प्रक्रिया को भाजपा ने पूरा भी किया, लेकिन अब किसानों के खातों से कर्ज माफी के एक लाख रुपयों को सरकार ने वापस लेना शुरू कर दिया है। योगी सरकार ने जिन किसानों को कर्जमाफी योजना का लाभ दिया था वो अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। किसान चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। बैंकों के अलावा जिलास्तरीय अफसरों के पास भी चक्कर लगा आए हैं, लेकिन उनसे भी कोई वाजिब जवाब किसानों को नहीं मिला है।
बता दें कि सैफई में कर्जमाफी के प्रमाण पत्र मुख्य विकास अधिकारी इटावा द्वारा वितरण किये गये। प्रमाण पत्र पाकर किसान बहुत खुश हो रहे थे और योगी सरकार को धन्यवाद दे रहे थे लेकिन उनकी यह खुशी ज्यादा दिन नहीं चली और सरकार ने उनके खाते में जो रूपये जमा कराए थे और जो कर्ज मांफी दी थी उसे खारिज कर दिया और खाते में जमा रुपया बापस मंगा लिया इससे किसान बहुत ही आहत हैं।
किसान रामसेवक यादव और नगला आछे लाल के मिजाजी लाल का कहना है कि इनका एक-एक लाख रुपये माफ तो किया गया। प्रमाण पत्र भी दे दिये गये। इसके साथ ही बैंक पास बुक में इंट्री भी कर दी गई, लेकिन उसके बाद कर्ज माफी का रुपया सरकार ने बैंक से वापस मंगा लिया है। इन किसानों का कहना है कि हमसे बैंक ने कुछ बकाया रुपये जमा करा लिए और वे रुपये भी वापस नहीं दे रहे। किसान मिजाजी लाल पुत्र हरिबंश नगला आछेलाल ने बताया कि मेरे भी 91323 रूपये मांफ हुए थे जो बैंक में सरकार ने जमा भी करा दिए थे बाद में वह रूपये बापस हो गए हम फिर कर्जदार हो गए। किसान कमलेश कुमार पुत्र हुकुम सिंह निवासी नगला सवी ने बताया कि मुझ पर 1 लाख 54 हजार कर्ज था जिसमे सरकार ने 1 लाख रूपये मांफ कर दिए थे बाकी 62 हजार मैंने कर्ज लेकर जमा कर दिए। मेरे खाते में 29 अगस्त को सरकार द्वारा 1 लाख रूपये जमा किया गया जब कि बाद में वह रुपया 21 नबम्बर को बापस मंगा लिया गया। किसान रामसेवक पुत्र सालिगराम ग्राम नगला वर्माजीत ने बताया कि मेरे ऊपर 2 लाख 85 हजार कर्ज था। मेरे खाते में 18 अक्टूबर को 1 लाख रूपये शासन ने जमा कराया था जिसे 21 नबम्बर को बापस ले लिया यह सरासर धोखा है।
उपजिलाधिकारी ने कहा, लिखित में शिकायत करें किसान
सैफई के उपजिलाधिकारी मोहम्मद कमर ने बताया कि इस तरह की कोई भी शिकायत नहीं आई है। अगर कोई शिकायत आती है जांच करवाई जाएगी। लेकिन जब उनके सामने तीनों पीड़ित किसानों को पेश कर दिया जाता है तो फिर वो यह कहने की स्थिति में आ जाते हैं कि तीनो अगर लिखित शिकायत करते हैं तो फिर उच्चाधिकारियों को अवगत कराकर इनकी मदद की कोशिश की जाएगी।
करीब 26 बैंक खातों में से वापस हुए रुपये
वहीं, पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर वीके चतुर्वेदी बताया कि सरकार ने 26 बैंक खातों से ऋण मोचन योजना का जमा कराया गया रुपया वापस ले लिया है। अब किसान परेशान हैं, लेकिन अब हम लोग क्या कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के कृषि निदेशक ने बैंक मुख्यालय को पत्र लिखकर इन बैंक खातों में जमा कक गयी रकम को बापस माँगा गया तो बैंक ने आदेश का पालन करते हुए रूपये बापस कर दिए। उन्होंने कहा कि कुछ किसान ऐसे हैं कर्जमाफी के दायरे में आते हैं, लेकिन उनका भी पैसा सरकार ने वापस मांग लिया है।
फैसले से किसान हुए परेशान
इसके अलावा सैफई स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा से इस तरह की खबर आ रही है कि वहां भी कई किसानों का कर्ज माफी किये जाने की बाद रकम वापसी की गई है, जिनका डाटा संकलित किया जा रहा है। योगी सरकार की ओर से चलाई हुई ऋण मोचन योजना की राशि बिना खातेदार की मर्जी से ही सरकार के निर्देश पर वापिस ली जा रही है। इसे सरकार का कौन सा रवैया कहा जायेगा यह बड़ा सवाल है। इस फैसले के बाद किसान परेशान हो गए।