सासनी, हाथरसः जन सामना संवाददाता। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक दल के पदाधिकारियों और कार्रकर्ताओं ने किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम एक ज्ञापन एसडीएम अंजुम बी को सौंपा।
सोमवार को एसडीएम को सौंपे गये ज्ञापन में यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा है कि फसल बीमा कंपनियों के लिए है किसानों के लिए नहीं अतः किसानों के फसलबीमा किया जाए, इसके साथ फसलों में देने वाली कीटनपाश दवाओं में भारी मिलावट की जा रही है। ऐसी कंपनियों में छापेमारी कर शुद्ध दवाएंे बेचने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए। बिजली बिलों में की गई बेहताश बढोत्तरी को सरकार द्वारा तत्काल वापस लेना चाहिए। इसके साथ ही सरकार को फसलों के ड्यौढा भाव में फसलों के अनाज को खरीदे। गाय, सांड, जंगली जानवरों के लिए पशुशालाएं आदि खुलवाएं जिससे आवारा पशु किसानों की फसलों को नुकसान न पहुंचा सकें। भूमाफियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को सरकार मई जून तक चलाए। जिससे कोई भी सरकारी जमीन पर कब्जा न कर सके। किसान मजदूरों को पेंशन 5000 प्रतिमाह किया जाना चाहिए। तथा फसलों पर लगाई गई जीएसटी तत्काल हटाई जानी चाहिए। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी समस्या का शीघ्र निस्तारण नहीं हुआ तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से चो. हरपाल सिंह, विनोद कुमार सिंह पुण्डीर, उमाशंकर बांगड, योगेन्द्र शर्मा, रामेश्वर शर्मा, हरीशंकर उपाध्याय, श्रीपाल सिंह, खुदाबख्श, चित्तर सिंह, चैधरी राजकुमार, ओमप्रकाश दीक्षित, सुखपाल सिंह, हरीसिंह सिकरवार, चरन सिंह, रौनक सिंह, नादेव सिंह, मलिखान सिंह, दुष्यंत कमुमार, रामबाबू चैहान, अलीबाबा, आदि मौजूद थे।