Saturday, April 27, 2024
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मनरेगा के तहत तालाब जीर्णोद्वार कार्यों को अधिकारी गंभीरता से ले समयवद्ध तरीके से करें पूरा: डीएम

डीएम कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में मनरेगा के तहत तालाब जीर्णोद्वार की प्रगति समीक्षा बैठक करते हुए

डीएम ने मनरेगा के तहत 125 तालाब जीर्णोद्वार की प्रगति समीक्षा बैठक में तीन खण्ड विकास अधिकारियों सहित अन्य बीडीओ को लक्ष्य के अनुरूप प्रगति न पाये जाने पर लगाई कड़ी फटकार
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मनरेगा संबंधी कार्यो को युद्धस्तर पर पूरा करें। बैठक में महात्मा गांधी नरेगा के तहत 125 तालाब जीर्णोद्वार की प्रगति समीक्षा की बैठक करते हुए पाया कि तीन खण्ड विकास अधिकारी मैथा, रसूलाबाद, संदलपुर की प्रगति की स्थिति ठीक नही है उन्होंने कडी फटकार लगाते हुए चेताया कि वह अपनी खराब स्थिति को सुधार ले और कमियों को दुरस्त करायें।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने खण्ड विकास अधिकारियों सहित अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसी भी योजना का सफल कार्यक्रम करना अधिकारी का कार्य अतः मनरेगा के तहत तालाबों का जीर्णोद्वार कार्य अभियान के रूप में शीघ्रता शीघ्र करें। जिन तालाबों का कार्य अभी शुरू नही हुआ है आकलन तैयार कर 7 मई तक अवश्य कराने के निर्देश दिये गये थे परन्तु मलासा में दस में कार्य होना बताया गया दो में नही, राजपुर में 15 में से 7 में शुरू, शेष में आकंलन के लिए पडा है। रसूलाबाद विकास खण्ड में 17 में से 6 में शुरू हुआ है इसमें बीडीओ ने बताया कि आईडी जनरेट कराकर शेष कार्य शुरू करा देंगे। संदलपुर में 23 में 13 पर कार्य शुरू हुआ है दो तालाबों पर किसी का कब्जा है। इसी तरह की अन्य कई ब्लाकों की भी यही स्थिति है जो किसी भी दशा में ठीक नही है। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी केदारनाथ सिंह को निर्देश दिये कि खण्ड विकास अधिकारियों को तालाबों के जीणोद्वार कार्य के लिए जिम्मेदार बनाते हुए इनसे लिखित ले कि कितना काम शुरू हो गया है कितने मौके पर तालाब है कितने का आंकलन हो गया है यह स्पष्ट रूप से दे साथ में यह भी बताये कि कितने तालाब वास्तव में और कितने नही है जिस पर नियमानुसार कार्यवाही की जा सकें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि तालाबों के जीणोद्वार कार्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता वाला कार्यक्रम है जिसमें किसी भी स्तर पर शिथिलता क्षम्य नही होगी अतः जेई, एमआई में रूचि लेकर तत्काल कार्यवाही करें। जिन तालाबों का आकंलन रिपोर्ट तकनीकी सहायक तैयार नही है उसे युद्धस्तर पर तैयार करा ले। उन्होंने कहा कि सभी तालाब विवाद रहित और खाली भी है यदि किसी तहसील ने गलत सूचना दे दी है उसको तत्काल ठीक करा ले। उन्होंने कहा कि यदि तालाबों के खुदाई में कहीं दिक्कत आ रही हो तो मिट्टी में पानी आदि डालकर मुलायम कर तालाबों के जीर्णोद्वार का कार्य युद्धस्तर पर पूरा करें। किसी भी प्रकार की कमी हो तो उसे समय रहते दुरस्त कर ले। तालाबों के जीर्णोद्वार का कार्य समयवद्ध तरीके से पूरा होना है जिसमें किसी भी दशा में शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नही होगी। जहां तालाब के जीर्णोद्वार का कार्य शुरू हो गया है उसकी फोटो तत्काल अपलोड कराना भी सुनिश्चित करें। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने समस्त बीडीओ, अवर अभियन्ता आदि को निर्देश दिये कि जो तालाबों के जीर्णाेद्धार श्रृखला के कार्यो को युद्धस्तर पर पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने अमरौधा, संदलपुर, अकबरपुर, डेरापुर, मलासा, मैथा, रसूलाबाद, झींझक आदि के खण्ड विकास अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि उनके यहां जिन गांवों में अभी अवशेष तालाबों का जीर्णोद्धार कार्य शुरू नही हुआ है वे प्रत्येक दशा में शीघ्रता शीघ्र जीर्णोद्वार का कार्य कराना शुरू कर दे। जलालपुर नागिन, सीधामऊ, सिरूआटप्पा, धर्मपुर, हिसावा, खासपुर, मडौली, सरवनखेडा, अमरौधा आदि विकास खण्डों के तालाबों पर विस्तार से चर्चा भी हुयी। बैठक में डीएफओ ललित गिरी, मुख्य विकास अधिकारी केदारनाथ सिंह, एडीएम विद्याशंकर सिंह, एडी सूचना प्रमोद कुमार,पीडी शिव कुमार पाण्डेय आदि सहित सभी बीडीओ व तकनीकी सहायक आदि उपस्थित रहे।