Friday, April 19, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » मुठभेड़ में अवैध तमंचा फैक्ट्री पकड़ी

मुठभेड़ में अवैध तमंचा फैक्ट्री पकड़ी

50 तमंचा बरामदः1 दबोचाः1 भागाः70 हजार ईनाम
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। सिकन्द्राराऊ पुलिस ने अवैध तमंचा बनाने वाले गैंग पर फिर से करारा प्रहार किया है और मुठभेड़ के बाद जहां तमंचा फैक्ट्री को पकड़ा है, वहीं एक शातिर को भी दबोचा है जबकि एक शातिर भाग जाने में सफल रहा। कोतवाली पुलिस उक्त गैंग के साथियों को पहले भी गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है और भारी मात्रा में तमंचा बरामद किये थे तथा एसटीएफ द्वारा भी भारी मात्रा में अवैध तमंचे बरामद किये गये थे।
उक्त खुलासा करते हुए पुलिस कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में पुलिस कप्तान सुशील घुले ने बताया कि बीती रात्रि को कोतवाली सिकन्द्राराऊ प्रभारी मनोज शर्मा को मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस टीम ने मुठभेड के दौरान कस्बा के ब्रह्मा धर्मकांटा के पीछे नई बस्ती में मंगल सिंह के मकान के पीछे खाली पडे प्लाट में अवैध तमंचा बनाने की फैक्ट्री को पकडा है और मौके से आरोपी चरनजीत सिंह पुत्र आनन्द सिंह निवासी बांकनेर थाना कासगंज को गिरफ्तार किया है जबकि मौके से इसका साथी साहब सिंह पुत्र गुरूदत्त सिंह भाग जाने में सफल रहा।
पुलिस कप्तान ने बताया कि पकडा गया आरोपी चरनजीत सिंह ब्रह्मदत्त इण्टर कालेज आलमपुर में चैकीदार के पद पर तैनात है तथा इसके कब्जे से 50 बजे हुए तमंचा, तमंचा बनाने के उपकरण जैसे नाल, ड्रिलमशीन, पंखा, बांक, अधबने तमंचा आदि बरामद किये गये हैं। उन्होंने बताया भागे हुए आरोपी साहब सिंह ने अगस्त 2017 में 100 तमंचा मुल्लू मौर्या व जहीर खां निवासीगण सीतापुर को बेचे थे जिन्हें मुठभेड के बाद एसटीएफ बरेली द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस कप्तान ने बताया कि कोतवाल मनोज शर्मा ने 9 नवम्बर 2017 को पुरदिलनगर के पास मुठभेड में तमंचा फैक्ट्री पकडी गई थी और मौके से फरार आरोपी साहब सिंह व इसके पुत्र जयसिंह को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से एक देशी रायफल, एक रिवाल्वर, एक पिस्टल, 4 तमंचा 315 बोर व 2 तमंचा 12 बोर व भारी मात्रा में अधबने तमंचा व उपकरण बरामद किये गये थे। पुलिस कप्तान ने बताया कि इनके साथी मंगल सिंह व जरनैल सिंह जेल में हैं और इनका गैंग बरेली, सीतापुर, लखीमपुर घोरी, लखनऊ के अलावा मध्य प्रदेश व राजस्थान में तमंचों की सप्लाई देता है।
पुलिस कप्तान ने बताया कि इनके गैंग को रजिस्टर्ड कराया जायेगा तथा खुलासा करने वाली पुलिस टीम में कोतवाल मनोज शर्मा के अलावा निरीक्षक गजराज सिंह, एसआई ललित कुमार शर्मा, सिपाही शीलेश कुमार, कौशलेन्द्र कुमार, अरविन्द कुमार, प्रदीप कुमार, देवेन्द्र कुमार, वीरेन्द्र सिंह व अजब सिंह शामिल थे।
पुलिस कप्तान ने पुलिस टीम को 20 हजार रूपये तो डीआईजी अलीगढ द्वारा 25 हजार व अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन द्वारा भी 25 हजार रूपये ईनाम से पुरूष्कृत करने का ऐलान किया है। प्रेसवार्ता के दौरान एएसपी डा. अरविन्द कुमार व सीओ सिकन्द्राराऊ आशीष प्रताप सिंह भी मौजूद थे।