Saturday, April 27, 2024
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रेल हादसे में समाजसेवियों ने दिखाई सक्रियता

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6 घंटे के भीतर गंतव्य की ओर सकुशल रवाना होती ट्रेन अजमेर सियालदह एक्प्रेस

जिला प्रशासन, रेलवे बल सहित समाजसेवियों ने दिखाई सक्रियता
6 घंटे के भीतर ही राहत कार्य पूरा कर गाड़ी को सकुशल कराया रवाना
रूरा, कानपुर देहात जन सामना ब्यूरो। कानपुर देहात के रूरा रेलवे स्टेशन के निकट हावड़ा दिल्ली रेलमार्ग पर अजमेर सियालदह एक्सपे्रस जो अजमेर की तरफ जा रही थी, प्रातः लगभग 5.45 बजे अचानक ट्रेन में आई तकनीकी खराबी के चलते कई डिब्बे पटरी से उतर गए जिसके फलस्वरूप हुई रेल घटना में ट्रेन में सवार 61 लोग घायल हो गये। जिनमें से 15 को रेफर किया गया, 20 को मामूली चोटे आने पर वे अपने घर या रूरा स्टेशन पर चले गये। 26 को माती जिला अस्पताल में लाये गये जिनमे से 20 को तत्काल प्राथमिक उपचार देकर वापस रूरा स्टेशन पर लाकर उसी ट्रेन से वापस भेजा गया। लगभग 6 को भी कानपुर व अन्य स्टेशन से रवाना कर दिया गया। इस तरह प्रशासन ने अपने तत्काल व सकुशल नेतृत्व से 61 लोगों को राहत एवं बचाव कार्य शीघ्र किया। अचानक हुए इस घटना की खबर मिलते ही उ0प्र0 के मुख्यमन्त्री अखिलेश यादव ने रेल दुर्घटना पर दुःख व्यक्त किया तथा घायल यात्रियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। साथ ही गंभीर रूप से घायलों व मामूली रूप से घायल को भी नियमानुसार आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की है। मुख्यमन्त्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर किया जाये। परिणाम स्वरूप जिले के जिलाधिकारी कुमार रविकांत सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चैधरी, मुख्य विकास अधिकारी कृष्ण कुमार गुप्ता, एडीएम वित्त एवं राजस्व अमर पाल सिंह व शिवशंकर गुप्ता, एएसपी मनोज कुमार सोनकर सभी एसडीएम राजीव पाण्डेय, सुरजीत सिंह, जयनाथ यादव, बृजेश कुमार आदि व तहसीलदार, सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अनीता सिंह, डा0 अशोक कुमार,डा. महेन्द्र जटारिया, डा. शिशिरपुरी सहित रेलवे के भी कई वरिष्ठ अधिकारी तथा समाजसेवियों ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य को युद्धस्तर पर कराया। घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार दिया गया। इसके लिए जिला अस्पताल में भी भेजा गया।
जिलाधिकारी कुमार रविकांत सिंह ने जिला प्रशासन को निर्देश पर तत्काल सभी बोगियों में यात्रियों को चाय, बिस्कुट, पानी सभी डिब्बों में मुहैया कराया गया। प्रशासन द्वारा तत्काल प्लेटफार्म पर राहत कैंप लगवाकर जहां चिकित्सकीय टीम को बैठाकर यात्रियों को दवा भी दिलवायी तथा कैंप में कई चूल्हे/अस्थायी कैन्टीन बनवाकर खाना तैयार कराकर सभी ट्रेन के डिब्बों में यात्रियों को खाना मुहैया कराया। बच्चों को दूध पिलवाया गया। प्रातः ही सभी यात्रियों को प्रत्येक डिब्बों में चाय, बिस्कुट, ब्रेड, पानी की बोतल व फलों को वितरित कराया गया। जिलाधिकारी तथा एसपी ने भी कई डिब्बों के अन्दर घुसकर यात्रियों का कुशलक्षम पूछा तथा अपने हाथो से फल, पानी, दूघ तथा खाना आदि वितरित किया। जिलाधिकारी ने कलकत्ता से आये यात्रियों से धारा प्रवाह बंगला भाषा में बातचीत कर यात्रियों का दिल जीत लिया। जिन्होंने प्रशासन की भूरी भूरी प्रशंसा की। प्रदेश के मुख्यमन्त्री अखिलेश यादव ने मण्डलायुक्त मो0 इफ्तेखारूद्दीन, जिलाधिकारी कुमार रविकान्त सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चैधरी आदि को निर्देश दिए हैं कि वे बेहतर सामन्जस्य स्थापित कर राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी रखें। इसके अलावा घायलों को यथोचित इलाज की सुविधा उपलब्ध करायी जाए। एम्बुलेन्स, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाॅफ घायलों को खाद्य पदार्थ, दवाओं व पानी की उपलब्धता बनाए रखें। कमिश्नर मो0 इफ्तेखारूद्दीन ने रेल घटना में यात्रियों के घायलों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना के साथ ही अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी कुमार रविकान्त सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार ने अचानक घटित इस दुर्घटना में यात्रियों के घायल होने पर दुख व्यक्त किया है तथा यात्रियों के शीघ्र स्वास्थ लाभ की कामना की है। वहीं राहत एवं बचाव कार्य को युद्धस्तर पर पूरा कराने के निर्देश निरन्तर अधिकारियों को दिए हैं। जिलाधिकारी कुमार रविकान्त सिंह व पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चैधरी अपनी देखरेख में रेलवे कर्मचारियों, समाजसेवियों व सुरक्षादलों आदि से सामन्जस्य बनाकर प्रातः से ही टेªन की सकुशल रवानगी तक राहत कार्यों में लगे रहे। समस्त एसडीएम को निर्देश दिए गए हैं कि वे सभी डिब्बों में रहे। यात्रियों की देख भाल करते रहे किसी यात्री को दर्द या पीड़ा की शिकायत हो तो मौके पर उपस्थित चिकित्सकों से दवा दिला दे। घायलों को मौके पर ही चिकित्सीय टीम द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया तथा गम्भीर रूप से घायलों को जिला अस्पताल आदि सहित के अस्पतालों में भिजवाया गया। जहां से वह प्राथमिक स्वास्वथ्य लाभ लेकर घटना स्थल पर वापस आकर टेªन से गंतव्य की ओर रवाना हुए। जिलाधिकारी कुमार रविकान्त सिंह, सांसद देवेन्द्र सिंह भोले, एसपी प्रभाकर चैधरी, मुख्य विकास अधिकारी के0के गुप्ता, अपर जिलाधिकारी प्रशासन शिवशंकर गुप्ता, एडीएम वित्त एवं राजस्व अमरपाल सिंह, सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार, डिप्टी अशोक कुमार वर्मा, डा0 महेन्द्र जटारिया, एएसपी मनोज कुमार सोनकर आदि तुरन्त पहुंचे तथा राहत कार्यों में अपनी सक्रिय भूमिका अदा की। राज्यमन्त्री साध्वी निरंजन ज्योति/ विधायक प्रतिनिधि नीरज सिंह गौर, दीपू चैहान, फौजी सुरेश चन्द्र व उनकी पत्नी सुषमा यादव तथा डा0 सतीश शुक्ला, अनिल शुक्ला, प्रतिभा शुक्ला, पर्यावरणमित्र नवीन दीक्षित आदि ने मौके पर पहुंचकर राहत एव बचाव कार्य में सहयोग किया। राहत कार्यों को युद्धस्तर पर करने व समाजसेवियों की हौसला आफजाई किया। एमएलसी दिलीप यादव, ठा0 अनूप सिंह, वीरसेन यादव, राघव अग्निहोत्री, विकास सचान, पूर्व रेलवे सलाहकार शेखू खान, एसडीएम राजेन्द्र त्रिपाठी, एसडीएम मैथा ब्रजेन्द्र कुमार, एसडीएम रसूलाबाद राजीव पाण्डेय, ईओ केएस रावत, सुशील दोहरे सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्यों ने भी राहत बचाव कार्य में सहयोग दिया। पर्यावरण मित्र नवीन दीक्षित जो की प्रातः ओडीएफ हेतु निगरानी के लिए निकले थे। रूरा घटना की जानकारी होते ही उन्होंने प्रशासनिक अधिकारी आदि को घटना की जानकारी दी। एक स्कूल के प्रधानाचार्य शुभम त्रिवेदी ने अपनी स्कूल की बसों को राहत कार्य में लगाकर सहयोग दिया। एआरटीओ द्वारा भी लगभग एक दर्जन बसों के माध्यम से राहत कार्य में सहयोग दिया गया। ट्रेन बोगी में बच्चों लूडो खेल खेलते दिखायी पड़े।