कानपुरः जन सामना ब्यूरो। अखिल भारतीय कुर्मिक्षत्रिय महासभा कानपुर के तत्वावधान में भारत रत्न लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 143वीं जयंती के अवसर पर पटेल चैक बर्रा-2 में एक विचार संगोष्ठी एवं भव्य माल्यार्पण कार्यक्रम का आयोजन सम्पन्न हुआ। वक्ताओं ने सरदार पटेल के जीवन, व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाष डालते हुए देश के लिए उनके संघर्ष बलिदान एवं समर्पण के संस्मरण बताए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष डाॅ0 अनिल कटियार ने कहा कि सरदार पटेल जी का सम्पूर्ण जीवन एक गहन शोध का विषय है उनके जीवन और कार्यों पर शोध के लिए विश्वविद्यालयों में शोध पीठों की स्थापना की जानी चाहिए। वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय कटियार ने कहा कि देश में ‘स्टेच्यू आॅफ यूनिटी’ की स्थापना ने यह सिद्ध कर दिया है कि सरदार पटेल का कद कितना बड़ा है यह संदेश हमारी नई पीढ़ी को उनके मार्ग पर चलने के लिए हमेशा प्रेरित करता रहेगा। मंडल अध्यक्ष कैलाश चन्द्र उमराव ने कहा कि सरदार पटेल ने कृषि प्रधान देश भारत के किसानों के हित में अनेकों अविस्मरणीय कार्य किए उन्होंने कहा कि भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान अथवा नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट का नाम इस युगपुरूष के नाम पर किया जाए यह उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। संगोष्ठी में डाॅ0 अनिल कटियार, संजय कटियार, कैलाश उमराव, पवन कुमार वर्मा, जीतेन्द्र सचान, प्रदीप कटियार, राजेन्द्र कटियार पारस, सुनील कटियार, डा0 अजीत सचान, अजय प्रताप वर्मा, घीरू पटेल, राजीव सचान, राजेन्द्र सिंह विद्यार्थी, विद्या सागर उमराव, दिलीप कटियार, राम आसरे कटियार सागर, सुरेश सचान, संजय सचान, प्रभात सिंह वर्मा, शशिकान्त सचान, स्वपनिल पटेल, शिव कुमार सचान, दिलीप पटेल, विनोद कटियार आदि ने अपने विचार व्यक्त किये।