Saturday, April 27, 2024
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खेल जीवन जीने की कला सिखाता है: जिलाधिकारी

बाँदा, जन सामना संवाददाता। खेल जीवन में आने वाली चुनौतियों और बाधाओं से लड़ने-जूझने की ताकत देता है। यह जीवन जीने कला सिखाता है। केवल किताबे पढ़़ने वाले बच्चों का विकास एकतरफा होता है। बहुआयामी व्यक्तित्व के विकास के लिए शिक्षक बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेल, संगीत, कला, सामाजिक कार्य, हस्तकला, और अन्य रचनात्मक कार्यों से जोड़ें। गांवों में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, जरूरत है गांवों में छिपी प्रतिभाओं को पहचानने और निखारने की। उक्त उद्गार हीरालाल जिलाधिकारी बांदा ने हिन्दू इंटर कालेज अतर्रा में आयोजित 34 जनपदीय बाल क्रीडा प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि उद्घाटन करते हुए व्यक्त किये। आगे कहा कि मैं सरकारी स्कूल से ही पढ़कर इस पद तक पहुंचा हूं। आज बच्चों का प्रदर्शन देखकर आनंदित हूं। बच्चों के लिए समर्पित शिक्षकों को आगे बढ़ने के लिए मैं हर सम्भव कोशिश करूंगा। जल्दी ही कला उत्सव के माध्यम से बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक बड़ा मंच और मौका मिलेगा। इसके पूर्व मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन कर खेल ध्वज को फहरा कर आठ ब्लाकों से आये खिलाड़ियों की मार्च पास्ट की सलामी ली। साथ ही मशाल प्रज्ज्वलित कर गत मंडल चैम्पियन धाविका को सौपी जिसने ट्रैक की प्रदक्षिणा कर सभी खिलाड़ियों को खेल प्रतिज्ञा दिलायी। प्रतियोगिता के आयोजक हरिश्चन्द्र नाथ(बेसिक शिक्षा अधिकारी) ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि कभी बच्चों को खेलने से रोका जाता था और पूरा जोर पढ़ाई पर दिया जाता था। कहावत थी कि खेलोगे कूदोगे होगे खराब, पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब। लेकिन जमाना बदल गया है। आज खेल के क्षेत्र में भी बच्चे मान-सम्मान अर्जित कर देश का गौरव बढ़ा रहे हैं। बच्चों ने उपस्थित अतिथियों के सम्मुख कव्वाली, दीवारी नृत्य और योग प्रदर्शन कर वाहवाही लूटी। इस अवसर पर जिले के नवाचारी शिक्षक साहित्यकार प्रमोद दीक्षित ‘मलय’ ने अतिथियों को अपनी संपादित पुस्तकें ‘महकते गीत’ और ‘पहला दिन’ भेंट की। पुस्तकें देखकर जिलाधिकारी ने स्कूलों की बेहतरी के लिए कार्य योजना तैयार कराने हेतु उनसे मिलने को आमंत्रित किया। नगर पालिका अध्यक्ष जगदीश गुप्त ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए बचपन की घटनाएं सुनाई और आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम में सौरभ शुक्ला, जयकरन प्रजापति, जगत राजपूत, आनन्द पटेल, प्रजीत सिंह, रामकुमार, मीरा वर्मा, रामकिशोर पाडेय, अमिता, सुघर सिंह की उपस्थिति और देखरेख में प्रतियोगिताएं सम्पन्न हुईं। संचालन विघु त्रिपाठी ने किया। खण्ड शिक्षा अधिकारी नरैनी शिवऔतार श्रीवास ने आभार व्यक्त किया।