Thursday, November 28, 2024
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राम ने बुराई के प्रतीक रावण का किया अंत

⇒रामलीला मैदान में रावण का पुतला हुआ दहन, हुई आतिशबाजी
फिरोजाबाद। श्री सनातन धर्म रामलीला महोत्सव समिति के तत्वावधान में मंगलवार को रामलीला मैदान में अहिरावण वध, रावण वध, सीता जी की अग्नि परीक्षा, विभीषण का राज्याभिषेक की लीला का मंचन किया गया।
मंगलवार को जैसे ही रामलीला मैदान में भगवान श्रीराम और लक्ष्मण का डोला पहुंचता है। वैसे ही रामलीला का मंचन शुरू कर दिया जाता है। लक्ष्मण के द्वारा मेघनाथ के मारे जाने के बाद रावण क्रोधित हो उठता है और अहिरावण के पास जाता है। अहिरावण से राम और लक्ष्मण को हरण करने के लिए भेजता है। विभीषण का वेश धारण कर अहिरावण राम-लक्ष्मण का हरण कर पाताल लोक ले जाता है। अहिरावण राम और लक्ष्मण की बलि देने के लिए देवी को प्रसन्न करने लगता है। वहीं राम और लक्ष्मण के हरण की खबर हनुमान को पता चलती है तो वह उनकी खोज में निकल जाते है। हनुमान जी पालाल लोक पहुंचते है उनकी भेंट मकरध्वज से होती है। मकरध्वज हनुमानजी को बताता है मै आपका ही पुत्र हूॅ। वह हनुमान जी को पाताल लोक में प्रवेश करने से रोकता है। और मकरध्वज और हनुमान में युद्व होता है। हनुमान जी मकरध्वज को रस्सी बांध देते है। इसके बाद हनुमान जी अहिरावण का वध कर प्रभु राम और लक्ष्मण को वापस लाते हैं। जैसे ही रावण को अहिरावण के वध की खबर मिलती है, वह स्वयं युद्धभूमि में जाता है। राम-रावण के बीच भयंकर युद्ध होता है। रावण का सिर बार-बार कटने पर फिर लग जाता है। इससे वानरी सेना ही नहीं, राम की सेना भी चिंतित हो जाती है। विभीषण राम को रावण का रहस्य बताते है और कहते है रावण की नाभि में अमृत है जब तक रावण की नाभि से अमृत को नहीं सूखा देंगे। तब तक रावण का अंत नही होगा। विभीषण के बताने पर श्रीराम रावण की नाभि में बाण चलाते हैं। और रावण का वध हो जाता है। रावण के वध होते ही आकाश से देवता पुष्प् वर्षा करते और राम के जयकारें लगने लगते है। भगवान राम ने लक्ष्मण व अन्य से कहा कि वे विभिषण को लंका का विधिवत रूप से महाराजा बना दें। और विभीषण का भगवान श्रीराम राज्याभिषेक करते है। विभीषण माता सीता को सम्मान पूर्वक वापस करते है। और रामचंद्र के चरण स्पर्श करती है तो भगवान राम कहते है कि, वह पहले अग्नि परीक्षा दें, उसके बाद ही वह उन्हें स्वीकार करेंगे। लक्ष्मण सीता के लिए चिता तैयार करते है। सीता अग्नि परीक्षा देती हैं, तत्पश्चात रामचंद्र उन्हें पुनः स्वीकार करते है।
पुलिस प्रशासन दिखा मुस्तैद
रामलीला मैदान में रावण का पुतला दहन की लीला को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी। मेले की सुरक्षा व्यवस्था एसपी सिटी एवं सीओ सिटी ने काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किया। मेले में किसी प्रकार की अनहोने के लेकर चारों तरफ बैरी केटिंग की गई। जिससे पुतला दहन के समय किसी प्रकार की अनहोनी न हो सके। सुबह से ही एलआईओ टीम भी मेला समिति पदाधिकारियों से सम्पर्क में रही। उन्होनें सभी तैयारियों का जायजा भी लिया।
मेले में हुई आतिशबाजी
रामलीला मैदान में रावण का पुतला दहन के बाद रंग-बिरंगी आतिशबाजी की गई। आतिशबाजी का लोगों भरपूर लुफ्त उठाया। मेला प्रंागण में जमकर आतिशबाजी की गई।