कभी खुशी तो कभी गम है जिंदगी, कभी छांव तो कभी धूप है जिंदगी, कुदरत ने जो दिया वो अद्भुत उपहार है जिंदगी, रब ने धरती पर फैलाया वो विश्वास है जिंदगी, हर रोज नए- नए सबक मिलते जीवन का अनुभव कराने वाली ऐसी कड़ी है जिंदगी, जिसे कोई ना समझ पाया ऐसी किताब है जिंदगी, कभी तन्हाइयो में हमारी साथी है जिंदगी, अपने अपने कर्मो के आधार पर मिलती है ये जिंदगी, कभी सपनों की पहेली तो कभी अकेली है जिंदगी, जो समय के साथ बदलती रहे वो संस्कृति है जिंदगी, कोई ना जान कर भी सब कुछ जान लेता है तो किसी के लिए उलझती हुई पहेली है जिंदगी, कोई हर वक्त रो- रो कर बिताता है जिंदगी तो किसी के लिए गम में भी मुस्कुराने का हौसला है जिंदगी, कभी उभरता हुआ सूरज तो कभी अंधेरी रात है जिंदगी, भगवान का दिया मां पापा से मिला अनमोल उपहार है जिंदगी, तो तुम सब यूं ही ना गवाओ अपनी जिंदगी, दूसरो से हटकर बनाओ तुम अपनी जिंदगी, दुनिया की भीड़ में ना खो जाए तेरी ये जिंदगी, जिंदगी भी देखकर मुस्कुराए ऐसी बनाओ तुम अपनी जिंदगी..
-ट्विंकल वर्मा