हाथरस, नीरज चक्रपाणि। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के पूर्व जिलाध्यक्ष बृजेश वशिष्ठ के आवास पर भगवान परशुराम का प्राक्ट्योत्सव हवन पूजन के साथ व पूरे हर्षोल्लास से मनाया गया। इस मौके पर हवन विधि विधान के साथ पंडित राघव वशिष्ठ द्वारा संपन्न कराया गया।
अक्षय तृतीया के अवसर पर एवं भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर श्री भगवान परशुराम शोभायात्रा के पूर्व संयोजक ब्रजेश वशिष्ठ एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती वंदना वशिष्ठ ने हवन में मुख्य यजमान के रूप में भाग लिया और हवन यज्ञ के उपरांत विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए भगवान परशुराम जी के चित्र के समक्ष शिव शंकर वशिष्ठ पूर्व प्रवक्ता, गिर्राजकिशोर शर्मा ट्रांसपोर्ट वाले, वैद्य दिवाकर शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण कर गोष्ठी का श्रीगणेश किया। अध्यक्षता शिवशंका वशिष्ठ व संचालन ब्रजेश वशिष्ठ द्वारा किया गया।
अंत में सभी विप्र जनों का माला पहना कर स्वागत भी किया गया तथा कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में वैद्य दिवाकर शर्मा ने कहा कि आज के पावन दिन अक्षय तृतीया में सतयुग व त्रेता युग का प्रारंभ हुआ था और महाभारत के युद्ध समापन के साथ ही द्वापर युग का समापन भी हुआ था। इसी दिन मां गंगा राजा भागीरथ की तपस्या के फलस्वरूप स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुई थीं। उन्होंने भगवान परशुराम से कोरोना से विश्व को निजात दिलाने की कामना की। इस मौके पर कैलाश चंद शर्मा, बालकिशन शर्मा बालो गुरू, उमेश शर्मा रेडीमेड वाले, बॉबी शर्मा, पदम गुरू, राजीव शर्मा बंटी, अमित शर्मा, अभिषेक शर्मा, वन्दना वशिष्ठ, राघव वशिष्ठ, गरिमा वशिष्ठ आदि मौजूद थे और अंत में सभी को प्रसाद वितरित कर गोष्ठी का समापन किया गया।