सुनील शुक्ल, भोपाल| प्रदेश के दूरस्थ जिलों के बच्चों ने आज पेपर कोलाज वर्कशॉप में भाग लिया और कागज़ की कतरन से कलाकृति बनाना सीखा। ऑनलाइन श्रृंखला ‘आर्ट एंड बियॉन्ड’ के तहत आयोजित इस पेपर कोलाज वर्कशॉप में आर्टिस्ट मीता जोहर दत्ता ने बच्चों को कोलाज कला से परिचित कराया। ये वर्कशॉप श्रृंखला चाइल्ड राइट्स ऑब्ज़र्वेटरी मध्यप्रदेश द्वारा आर्ट डिज़ाइन टीचर्स फ़ोरम और सर्जना एकेडमी फ़ॉर डिज़ाइन एन्ड फ़ाइन आर्ट्स के सहयोग से आयोजित की जारही है।
किसी भी काग़ज़, अख़बार, फोटो, रिबन और अन्य वस्तुओं की हाथ से की कतरनों को किसी बैकग्राउंड जैसे प्लेन पेपर पर लगा कर बना कोलाज कलाकृति की श्रेणी में आता है| कोलाज फ्रेंच शब्द “कॉलर” से लिया गया है जिसका अर्थ है “चिपकाना” (टू ग्लू) | कोलाज में कई तरीकों की वस्तुओं के इस्तेमाल से एक आकर्षक और रंग बिरंगी उत्तम तस्वीर बनाई जा सकती है|
वर्कशॉप की शुरुआत में मीता जोहर दत्ता ने कोलाज की प्रक्रिया समझाने के लिए एक विडियो दिखाया और फिर एक पेड़ की आकृति उकेरी| फिर उन्होंने अलग-अलग तरह के पुराने काग़ज़ों की हाथ से कतरन कर फेविकोल से चिपका-चिपका कर पूरे पेड़ को एक कलात्मक रूपाकार दिया| पेड़ के बाद मीता दत्ता ने एक आकर्षक रंग बिरंगी तितली बनाई जिसे बच्चों ने बहुत पसंद किया |
वर्कशॉप में बच्चों ने बहुत उत्साह से भाग लिया और सुंदर कोलाज बनाये। आज इस वर्कशॉप में पूरे 100 बच्चे ज़ूम एप पर शामिल हुए और कई शौकीनों ने फ़ेसबुक पर भी इसका सजीव प्रसारण देखा। जबलपुर, दतिया, रीवा, अनूपपुर समेत 28 ज़िलों के बच्चे इसमें शामिल हुए।
‘आर्ट एंड बियॉन्ड’ श्रृंखला के अंतर्गत शनिवार को इंदौर की आर्टिस्ट और स्टोरीटेलर भारती दीक्षित द्वारा स्टोरीटेलिंग और पेपर फोल्डिंग का सत्र आयोजित किया गया है।