हाथरस, नीरज चक्रपाणि। परिवार नियोजन का महत्व बताने तथा परिवार नियोजन के लिए विभिन्न साधनों की जानकारी देने के लिए सारथी वाहिनी जिले में चलाई जा रही है। जिसका शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बृजेश राठौर द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से किया।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक बलवीर सिंह वर्मा, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी श्रीमती सुचिका सहाय, जिला परिवार नियोजन प्रबंधक विजय पाल सिंह, जिला कम्युनिटी प्रोसेस प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार, जिला अकाउंट प्रबंधक सुनील दत्त शर्मा व अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे। परिवार नियोजन सारथी संदेश वाहिनी का नारा है ‘स्वच्छ परिवार का सरल उपाय दूसरा बच्चा 3 साल बाद आए।’
परिवार नियोजन को ऐसी गतिविधि के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो नाबालिगों सहित व्यक्तियों को ऐसे सक्षम बनाता है, ताकि वे अपने बच्चों की संख्या और उम्र में अंतर को स्वतंत्र रूप से निर्धारित कर सकें और उन साधनों का चयन कर सकें जिनके द्वारा यह हासिल किया जा सकता है।
परिवार में बच्चों की संख्या व उनमें उम्र के अंतर को रखने के अनेक उपाय हैं, जो स्थाई व अस्थाई दोनों तरह के हैं। परिवार नियोजन के अस्थाई साधन जैसे- कंडोम, छाया, अंतरा, कॉपर टी एवं स्थाई साधन जैसे पुरुष नसबंदी, महिला नसबंदी सेवाएं प्रदान की जाती है। मिशन परिवार विकास के अंतर्गत नवविवाहित दंपतियों के लिए नई पहल किट है, जिसे शुभ शगुन किटृ भी कहते हैं। परिवार नियोजन साधनों के अंतर्गत जैसे पुरुषों के लिए कंडोम, महिलाओं के लिए बिना हार्मोन की साप्ताहिक गर्भ निरोधक गोली छाया, अंतरा इंजेक्शन सुरक्षित व उपयुक्त साधन हैं जो नवविवाहित दंपत्ति या महिलाएं प्रसव के बाद स्तनपान कराने की अवधि के दौरान या प्रसव होने के 6 सप्ताह बाद शुरू कर सकती है या वो महिलाएं जो दो बच्चों के बीच में अंतर रखना चाहती हैं, इसका प्रयोग कर सकती है। अंतरा इंजेक्शन महामारी शुरू होने के 7 दिनों के अंदर प्रसव होने के 6 सप्ताह बाद गर्भपात होने के तुरंत अथवा 7 दिनों के अंदर अंतरा इंजेक्शन लगवा सकते हैं। अंतरा इंजेक्शन 3 महीने के अंतराल में लगने वाला गर्भनिरोधक इंजेक्शन है। अगर महिला अगले इंजेक्शन की नियत तिथि से 2 सप्ताह पूर्व आती है तब भी अगला अंतरा इंजेक्शन दिया जा सकता है।
अनचाहे गर्भ की स्थिति को टालने के लिए आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली जैसे ईजी पिल का भी प्रयोग कर सकते हैं।
परिवार नियोजन के साधनों को प्रयोग करने व सेवा प्राप्त करने के पश्चात तथा परिवार को सपोर्ट करने के लिए सरकार प्रतिपूर्ति धनराशि भी उपलब्ध कराती है। हाथरस जनपद में महिला नसबंदी कराने पर महिला को 2000, प्रसव के पश्चात महिला नसबंदी कराने पर 3000 तथा पुरुष नसबंदी कराने पर 3000 ,अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर 100, प्रसव अथवा गर्भपात के बाद बवचचमत