कौशाम्बी, जन सामना संवाददाता। स्वतंत्रता दिवस के दिन जब पूरा देश स्वतंत्रता का गीत गा रहा था। स्वतंत्रता के लिए बलिदान सेनानियों को याद किया जा रहा था। तब इस स्वतंत्रत भारत में कानून रक्षक ही स्वतंत्रता को जूते तले रखे हुए थे। मामला जेके चैरिटेबल हास्पिटल थाना पश्चिम शरीरा तिराहा का है। जहां स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण करते समय पुलिस इंस्पेक्टर संजय शर्मा व उनके हमराही उपनिरीक्षक और समाज को आइना दिखाने वाले और वहा मौजूद लोगों ने जमीन पर लिखे स्वतंत्रता दिवस को जूतो के नीचे दबाकर खड़े रहे। और उसी के ऊपर से चलकर इंस्पेक्टर ने झंडारोहण भी किया। इतना ही नहीं इस पोस्ट को सोशल मीडिया फेसबुक में भी पोस्ट करके शेयर किया गया। लेकिन जैसे ही इस गलती पर ध्यान गया तत्काल पोस्ट को डिलीट कर दिया गया। फिर भी इसी बीच कुछ लोग ने स्क्रीनशाट ले लिया। परिस्थिति को भाप कर कुछ लोग उसी समय पीछे हट गए थे। आखिर स्वतंत्रता दिवस जमीन पर लिखा क्यो गया। और यदि लिखा गया तो उसे सुरक्षित कर देना चाहिए। ताकि कोई पैर न रख सके। लेकिन ऐसा नहीं हुआ स्वतंत्रता दिवस को पैरो तले कुचलने में ही अपनी बहादुरी समझ रहे थे। यदि अधिकारी इस गलती को संज्ञान में ले लिया तो कार्यवाही तय है।